देवोत्थान एकादशी पर परिक्रमा में उमड़ा आस्था का सैलाब
मथुरा- देवोत्थान एकादशी के पावन मौके पर श्रीधाम वृन्दावन की पंचकोसीय परिक्रमा के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। शुक्रवार को ब्रह्म मुहुर्त से ही जहां परिक्रमार्थियों की भीड़ दिखाई देने लगी। वहीं सूर्याेदय होने के साथ ही परिक्रमार्थियों की संख्या में भी लगातार वृद्धि होने लगी। दोपहर होते-होते मथुरा के परिक्रमार्थियों का रैला भी वृन्दावन की पंचकोसीय परिक्रमा में मिल जाने से तो सम्पूर्ण मार्ग में मानो आस्था का सैलाब दिखने लगा और परिक्रमा मार्ग में बनी मानव शृंखला देर शाम तक अनवरत जारी रही। वहीं प्रशासन की ढिलाई के चलते परिक्रमार्थी अपनी जान जोखिम में डालकर परिक्रमा करते हुए नजर आए।
बता दें कि चीरघाट से भ्रमर घाट होते हुए केशीघाट तक पहुंचने का मार्ग समेत घाट जीर्ण शीर्ण व मार्ग संकरा होने के कारण प्रमुख प्रमुख पर्वों पर परिक्रमा में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए चीरघाट पर बैरिकेडिंग कर कर दी जाती थी। यहां से परिक्रमार्थियों को शाहजी मंदिर के निकट से निकाला जाता था। लेकिन इस बार चीरघाट पर बैरिकेडिंग तो की गई और पुलिस भी तैनात रही। लेकिन परिक्रमार्थी आम दिनों की तरह ही यमुना किनारे भ्रमर घाट से होकर ही केशीघाट पहुंच रहे थे। आप इन दृश्यों में भी देख सकते हैं कि किस प्रकार परिक्रमार्थी भारी परेशानियों का सामना करते हुए यहां से गुजर रहे हैं। ऐसे में जरा सी चूक बड़े हादसे का रूप ले सकती है। लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। हालांकि केशीघाट पर भीड़ को देखते हुए कुछ पुलिसकर्मी तैनात हैं और परिक्रमार्थियों को कतारबद्ध कर निकालने में लगे हुए हैं। लेकिन भारी भीड़ होने के बावजूद परिक्रमार्थियों के लिए इस मार्ग को बंद नहीं कराया गया है। वहीं परिक्रमार्थियों की आस्था भी देखने लायक थी, जो परेशानियों को दरकिनार कर पूर्ण भक्तिभाव के साथ अपने आराध्य का ध्यान तथा श्रीराधाकृष्ण के जयकारे लगाते हुए परिक्रमा कर पुण्य कमाने में जुटे रहे।
बाइट- परिक्रमार्थी
Report:- Jay