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सावन के पवित्र महीने की शुरुआत 10 जुलाई से हो गयी है। देश भर में शिवालयो में भक्तो की भारी भीड़ लगातार उमड़ती दिखाई दे रही है। सभी भक्त अपने तरीको से महादेव को प्रसन्न कर उनका आशिर्वाद पाकर जीवन को सुखमय बनाने में लगे हुए है। मगर क्या आपको पता है कि उत्तर प्रदेश में ही एक पाकिस्तानी महादेव (mahadev) का भी मंदिर बना हुआ है। आज हम आपको उस मंदिर का पूरा इतिहास विस्तार से बताएँगे।
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वाराणसी में बना है मंदिर (mahadev) :
- सावन की धमाकेदार शुरुआत बीते 10 जुलाई से हो चुकी है।
- इसी के साथ बाबा बर्फानी की अमरनाथ यात्रा का भी शुभारम्भ हो चुका है।
- लाखो शिव भक्त अपने बाबा बर्फानी के दर्शन को उमड़े चले जा रहे है।
- शायद किसी को पता नहीं होगा मगर उत्तर प्रदेश में एक मंदिर है जिसे पाकिस्तानी कहा गया है।
- अब सभी को हैरानी होगी कि मंदिर कैसे भारतीय और पाकिस्तानी हो सकते है।
- मगर जब इसकी सच्चाई आपको पता चलेगी तो सभी हैरान रह जाएँगे।
- असल में ये मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के शीतला घाट पर बना हुआ है।
- सरकार के कई दस्तावेजो में भी इस मंदिर को पाकिस्तानी महादेव ही कहा गया है।
- इस मंदिर का नाम पाकिस्तानी महादेव क्यों पड़ा, इसकी भी अपनी एक ख़ास कहानी है।
- एक भक्त ने बताया कि इस मंदिर के शिवलिंग को पाकिस्तान से लाया गया है।
- बँटवारे के समय पाकिस्तान में स्थित शिवलिंग लाकर इस मंदिर की स्थापना की गयी थी।
- इसी कारण आजादी के बाद से ही इस मंदिर को पाकिस्तानी महादेव का नाम दिया गया है।
- इस पाकिस्तानी शिवलिंग के दर्शन के लिए पूरे देश से लोग यहाँ आते है।
- सावन के महीने में तो शिव भक्तो की लंबी-लंबी कटारे यहाँ देखने को मिलती है।
- शिव भक्त भारी संख्या में यहाँ आते है और महादेव का दर्शन करते है।
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