सोशल मीडिया पर आपने ऐसे कई सारे वीडियो देखें होंगे हिसमे लोग बेजुवान जानवर की जान बचाने के अपनी जान तक से खेल जाते हैं और आखिरकार उसे बचाकर ही दम लेते हैं, लेकिन आज हम आपको दिल को छूने वाला ऐसा डीसी दिखाने जा रहे हैं. जिसे देखने के बाद आप अपनी आँखों से निकलते आंशुओं को नहीं रोक पाएंगे. बता दें कि यहां महिलाओं ने आँखों से लाचर एक गाय की मौत पर उसे सुहागिनों की तरह विदा करते हुए जो काम किया है उसने हर किसी का दिल जीत लिया है. वहीँ जब इसके पीछे की सच्चाई सामने आई तो हर किसी का दिल भर गया.
आपको बता दें कि ये मामला गंजबासौदा के नेहरू चौक इलाके का है जहां पर गाय की मौत हुई थी. खबरों के मुताबिक यहाँ ब्यूटी पार्लर चलाने वाली अर्चना जैन के मोहल्ले में 4 साल पहले एक गाय आई थी.
जिसके बाद से अर्चना को इस गे से काफी लगाव हो गया था. वहीँ ये गाय देख नहीं सकती थी और लोगों ने उसका नाम गौरी रख दिया था. सभी जब उसे गौरी नाम लेकर बुलाते थे वो उनके पास चली जाती थी.
गाय के रहने के लिए दूकान खाली कर दी:
आपको बता दें कि लोगों ने गाय के लिए घर की एक दुकान को खाली कर उसमें गाय को रखा जाता था, और नियमित रूप से उसे चारा और खाना दिया जाता था.
सुहागन की तरह विदा किया गया गाय को:
आपको बता दें कि ये गाय काफी दिनों से बीमार थी, जिसके बाद उसका इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान गौरी की मौत हो गई और जैसे ही उसकी मौत का समाचार लोगों को मिला तो मोहल्ले वालों की भीड़ लग गई.
यहां मोहल्ले के लोगो ने गाय के खुरों में महिलाओं ने मेंहदी लगाई, चूड़ियां पहनाईं सिंदूर लगाया और लाल साड़ी भी पहनाई. उसके बाद गौरी गाय को ससम्मान नगर पालिका की गाड़ी में विदा किया.
आपको बता दें कि भले ही लोग गायों को माता मानते हैं, लेकिन सड़क किनारे कई ऐसी गायें हैं. जो प्लास्टिक का सेवन करके मर जाती हैं और किसी का ध्यान भी उनकी तरफ नहीं जाता है.
आज के समय में धीरे-धीरे लोगों के अन्दर से भावनाएं ख़त्म होती जा रही हैं. लोगों के दिल में जानवरों के लिए तो छोडिये इंसानों के लिए भी बड़ी मुश्किल से प्रेम देखने को मिलता है
लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं रही है. एक समय ऐसा भी था जब लोग इंसानों की तरह ही जानवरों से भी प्रेम करते थे. इंसानों और जानवरों का सम्बन्ध आदिकाल से है. शुरुआत में इंसान जानवरों को अपने इस्तेमाल के लिए रखता था। लेकिन धीरे-धीरे वह उनका दोस्त बनता गया