सात से 12 मार्च तक होने वाले प्रतिष्ठित बैंडमिंटन टूर्नामेंट ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप को लेकर पीवी सिंधू ने कहा कि वो इस टूर्नामेंट को कोई विशेष महत्व नहीं देना चाहती है। 2015 में साइना नेहवाल इस खिताब के काफी करीब पहुंची थी लेकिन फाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
सिंधु की नजर नतीजों पर-
- पीवी सिंधू ने कहा, ‘ऑल इंग्लैंड एक बड़ा टूर्नामेंट है।’
- उन्होंने आगे कहा, ‘एक खिलाड़ी होने के नाते मैं उन्हीं खिलाडि़यों के खिलाफ खेलूंगी जिनके खिलाफ अन्य सुपर सीरीज टूर्नामेंटों में खेलती हूं।’
- सिंधू ने बताया, ‘मैं अच्छी तैयारी कर रही हूं, मेरे लिए टूर्नामेंट का प्रत्येक मैच समान रूप से महत्वपूर्ण है।’
- बता दें कि अभी तक केवल दो ही भारतीय है जिन्होंने यह टूर्नामेंट अपने नाम किया है।
- यह खिताब प्रकाश पादुकोण और भारत के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने ही अपने नाम किया है।
- इस समय पीवी सिंधू अपने कॅरियर की सर्वश्रेष्ठ पांचवीं रैंकिंग पर है।
- साल के अंत तक सिंधू की नजरें शीर्ष तीन खिलाड़ियों में शामिल होने पर टिकी है।
- उन्होंने कहा, ‘पिछले साल सत्र की शुरूआत में मुझे उम्मीद थी कि मैं अपनी रैंकिंग में सुधार कर लूंगी।’
- सिंधू कहा, ‘मैं इस साल के अंत तक दुनिया की तीसरी खिलाड़ी बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रहीं हूं।
- मालूम हो कि यह टूर्नामेंट बर्मिंघम में खेला जाएगा।
- इस टूर्नामेंट को जीतने वाले खिलाड़ी को छह लाख डॉलर (लगभग चार करोड़ रुपये) इनाम मिलेगा।