भारत वर्ष में कई ऐसी चीजें होती हैं जो आपको अचंभित करके रख देती हैं। लेकिन क्या आपने सुना है कि राजस्थान के कुछ इलाकों में जब किसी परिवार की एक बहू गर्भवती होती है, तो उसका पति दूसरी शादी कर लेता है। ये सुनकर शायद किसी को यकीन नहीं होगा लेकिन आज भी प्रथाओं के नाम पर महिलाओं पर अत्याचार हमारे देश में होता है। यहाँ पर कई ऐसी कुप्रथाएं हैं जिनमें महिलाओं को पिसना पड़ता है। आज हम आपको देश में व्याप्त ऐसी ही एक कुप्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं।
हैरान कर देगा राज :
भारत देश के कई ऐसे गांव और राज्य हैं जो पानी की किल्लत से गुजर रहे हैं। इस किल्लत की वजह हमारे यहां के एक गांव में बहूविवाह करने की प्रथा बन गयी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान के बाड़मेर ज़िले के देरासर नामक इस गांव में इस अजीब प्रथा का कारण पानी की किल्लत ही है।
इस गाँव में पानी की इतनी किल्लत है कि घर की सभी औरतों को तपती गर्मी या भीषण सर्दी में पूरा-पूरा दिन पानी की खोज में मीलों तक भटकना पड़ता है। रोज पानी ढूंढकर लाना इनके लिए किसी जंग को जीतने से कम नहीं होता है। तपती गर्मी में जान दांव में लगाकर पानी लाने का काम बचपन से यहां लड़कियों को सिखाया जाता है। ताकि वो कुछ ही सालों में दो-तीन घड़े ढ़ो कर चल सकें।
इस कारण करते हैं दूसरी शादी :
दो-तीन घड़े ढोना और दिन भर पानी की तलाश में इधर-उधर भटकना गर्भवती महिलाओं के लिए आसान नहीं होता है। मजबूरी में गांव की महिलाओं के गर्भवती होने पर उनके पति दूसरी शादी कर लेते हैं ताकि पानी लाने की ज़िम्मेदारी दूसरी पत्नी उठाए और साथ ही पहली पत्नी का ख्याल रखे।
ये शादी हमेशा पति अपनी पत्नी की रजामंदी से करता है। 2011 के जनसंख्या जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, देरासर की आबादी 596 बताई गयी है जिनमें से 309 पुरुष हैं और 287 महिलाएं शामिल हैं।