हुए दो फाड़ ।
वर्चस्व की जंग ।।
होना ये अलग ।
लाएगा उमंग ?
फट गया पोस्टर ।
नेताजी नदारद ।।
समाजवादी मोर्चा ।
समाज का हमदर्द ?
समाजवाद विखराव ।
मटियामेट जारी ।।
इंतज़ार में जनता ।
सज रही सवारी ।।
हुए दो फाड़ ।
वर्चस्व की जंग ।।
होना ये अलग ।
लाएगा उमंग ?
फट गया पोस्टर ।
नेताजी नदारद ।।
समाजवादी मोर्चा ।
समाज का हमदर्द ?
समाजवाद विखराव ।
मटियामेट जारी ।।
इंतज़ार में जनता ।
सज रही सवारी ।।