समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन हो जाने के बाद सीटों के बंटवारे पर चर्चा शुरू हो गयी है। सोशल मीडिया पर भी दोनों पार्टियों के साथ आने के बाद चुनाव लड़ने वाली सीटों पर चर्चा शुरू हो गयी है। इन दिनों चर्चा है कि 2014 में जिन सीटों पर सपा दूसरे नंबर पर वहां सपा और जिन पर बसपा दूसरे नंबर पर थी, वहां पर बसपा चुनाव मैदान में उतरेगी। हालाँकि ये सिर्फ सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाएँ हैं मगर यदि ऐसा हुआ भी तो सपा के एक बड़े नेता का टिकट काटना तय है।
इस सीट पर घोषित हुआ सपा प्रत्याशी :
देखना है कि सपा 2019 के लिए अपने प्रत्याशियों का चुनाव कैसे करती है। इसके पहले अखिलेश यादव एक लोकसभा सीट पर सपा प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं। समाजवादी पार्टी ने फतेहपुर की लोकसभा सीट के लिए राकेश सचान को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद से ही सपा में टिकट की चाह रखने वालों की सरगर्मियां बढ़ने लगी थी। टिकट की चाह रखने वाले नेता चाहते हैं कि जल्द से जल्द सभी टिकटों की घोषणा कर दी जाये।उनका मानना है कि ऐसे करने से चुनाव की तैयारियां करने का पर्याप्त समय मिल सकेगा। अब देखना है कि लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी किन प्रत्याशियों पर दांव लगाएगी।
कट सकता है टिकट :
समाजवादी पार्टी ने भले ही फतेहपुर लोकसभा सीट से राकेश सचान को अपना प्रत्याशी बना दिया हो मगर बसपा से गठबंधन होने के बाद उसे ये फैसला बदलना पड़ सकता है। दरअसल अगर सोशल मीडिया पर चल रही खबरों की मानें तो 2014 के लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी फतेहपुर में तीसरे नंबर पर थी और बसपा भाजपा के बाद दूसरे नंबर पर थी। ऐसे में गठबंधन होने के बाद बसपा चाहेगी कि उसकी ये सीट 2019 के चुनावों में भी उसे मिले। इस सीट पर 2 बार बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। बसपा ने यहाँ से चुनाव साल 1996 और 2004 में जीता था। इसके अलावा 2014 में बसपा यहाँ पर दूसरे नंबर पर रही थी।