जल्द ही उत्तर प्रदेश में लोगों को रोबोटिक सर्जरी करवाने के दिल्ली और मुम्बई जैसे महानगरों का रूख नहीं करना पड़ेगा। अब राजधानी लखनऊ के पीजीआई में भी रोबोटिक सर्जरी की सुविधा मिलने जा रही है। अभी तक रोबोटिक सर्जरी कराने के लिए प्रदेश के मरीजों को दिल्ली और मुम्बई के बड़े मेडिकल संस्थानों में भर्ती होना पड़ता था।
- प्रदेश सरकार ने रोबोटिक सर्जरी के इक्विपमेंट्स खरीदने के लिए 30 करोड़ रूपये का बजट दिया है।
- पीजीआई के सीएमएस डॉ. पीके सिंह ने बताया कि संस्थान प्रशासन ने रोबोटिक इक्विपमेंट्स खरीदने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है।
- डॉ. सिंह के मुताबिक अगर सारी प्रक्रिया ठीक चलती रही तो दिसंबर से पीजीआई में रोबोटिक सर्जरी होने लगेगी।
- उन्होंने बताया कि संस्थान में रोबोट से हर तरह की सर्जरी की जाएगी।
- सबसे पहले इसकी शुरुआत यूरोलजी और इंडोक्राइन सर्जरी विभाग से की जाएगी।
- सर्जरी करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों का पैनल पहले ही देश-विदेश से प्रशिक्षण ले कर आ चुका है।
- बस अब इंतजार है तो इक्विपमेंट्स के पीजीआई में आने का।
पीजीआई के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आशीष कुमार कनौजिया ने बनाया स्मार्ट फोन लेरिंजोस्कोप।
सर्जरी की लंबी वेटिंग में आएगी कमीः
- डॉ. पीके सिंह ने बताया कि रोबोट से सर्जरी करने में कम समय लगता है, इससे समय की बचत होगी।
- उम्मीद जताई जा रही है कि रोबोटिक सर्जरी के इस्तेमाल से सर्जरी की लंबी वेटिंग में कमी आएगी।
- डॉ. सिंह ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के उपकरण थोड़े महंगे होते हैं।
- जिसकी वजह से सामान्य सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी का खर्च थोड़ा ज्यादा आयेगा।
- लेकिन इसके बावजूद पीजीआई में सर्जरी का खर्च दिल्ली और मुंबई के मेडिकल संस्थानों से कम ही रहेगा।
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