चुनाव की ये बेला ।
दोषारोपण जारी ।।
उछालना कीचड़ ।
प्राथमिकता हमारी ।।
भटक रहे मुद्दे ।
वादों की अनदेखी ?
करना दो-दो हाथ ।
अनवरत है रेकी ?
जाओ मंदिर-मस्जिद ।
ना कोई आपत्ति ।।
सनद रहे लेकिन ।
जन को मिले शक्ति ।।
चुनाव की ये बेला ।
दोषारोपण जारी ।।
उछालना कीचड़ ।
प्राथमिकता हमारी ।।
भटक रहे मुद्दे ।
वादों की अनदेखी ?
करना दो-दो हाथ ।
अनवरत है रेकी ?
जाओ मंदिर-मस्जिद ।
ना कोई आपत्ति ।।
सनद रहे लेकिन ।
जन को मिले शक्ति ।।