समाजवादी पार्टी ने यूपी के 2 लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के बाद राज्यसभा चुनावों की तैयारियां करना शुरू कर दिया है। सपा ने अपने राज्य सभा प्रत्याशी के तौर पर जया बच्चन को उतारा है। वहीँ बसपा की तरफ से भीमराव अम्बेडकर को उतारा गया है। भाजपा की विधानसभा में बढ़ी ताकत के कारण वह आसानी से 8 सीटें जीत ली है। फिर भी भाजपा ने नौवीं सीट जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। इस बीच शिवपाल यादव से संबंधित एक बड़ी खबर सामने आ रही है।
भाजपा बिगाड़ सकती है खेल :
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की मदद से राज्य सभा की 1 सीट जीतने की उम्मीद लगाए बैठी बीएसपी को बड़ा झटका लग सकता है। अगर ऐसा हुआ तो गुजरात में कांग्रेस के अहमद पटेल के राज्य सभा में चुने जाने के समय जैसी राजनीतिक उठापठक जैसी स्थिति फिर से पैदा हो सकती है। बसपा का खेल बिगाड़ने के लिए भाजपा एसपी में अंदरुनी कलह का लाभ उठाने की कोशिश में है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी शिवपाल यादव और उनके समर्थकों के साथ संपर्क में है जिससे राज्य सभा चुनावों में उनके वोट हासिल किए जा सकें। अगर ऐसा हुआ तो बसपा को बड़ा झटका लग सकता है।
राष्ट्रपति चुनाव में की थी क्रॉस वोटिंग :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आदेशों के बाद भी शिवपाल सिंह यादव ने राष्ट्रपति चुनावों में रामनाथ कोविंद को वोट किया था। यूपी के सभी 3 निर्दलीय विधायकों, शिवपाल यादव और समाजवादी पार्टी के कुछ अन्य विधायकों के साथ निषाद पार्टी के विधायक ने पिछले वर्ष राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी के लिए वोट दिया था। रामनाथ कोविंद को एनडीए के विधायकों के 324 वोट मिलने की जगह क्रॉस-वोटिंग के कारण 335 वोट मिले थे। इस बार राज्य सभा की नौवीं सीट के लिए चुनाव में भी ऐसा ही होने की उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ तो बसपा के साथ ही सपा को बड़ी दिक्कत हो सकती है।