जियो के बाद अब रिलायंस रिटेल में 7,500 करोड़ का निवेश करेगा सिल्वर लेक
नई दिल्ली : 9 सितंबर 20: रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक 1.75% इक्विटी के लिए 7 हजार 500 करोड़ रू का निवेश करेगा। इस सौदे में रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी मूल्य 4.21 लाख करोड़ रू आंका गया है।
जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश के बाद सिल्वर लेक अब रिलायंस रिटेल में भी निवेश कर रहा है। सिल्वर लेक को दुनिया में टेक्नॉलोजी सेक्टर के सबसे बड़े निवेशकों में माना जाता है। सिल्वर लेक का रिलायंस रिटेल में निवेश करना इस बात का साफ संकेत है कि रिलायंस रिटेल भारतीय रिटेल सेक्टर में बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरा है। हाल ही में रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर ग्रुप का अधिग्रहण किया था।
सिल्वर लेक इससे पहले, 1.35 बिलियन डॉलर यानी करीब 10,200 करोड़ रू से अधिक का निवेश जियो प्लेटफॉर्म्स में कर चुका है। रिलायंस रिटेल और जियो प्लेटफॉर्म्स का कुल वैल्यूएशन 9 लाख करोड़ रू पार कर गया है।
देश के अनेकों शहरों में फैले रिलायंस रिटेल के 12 हजार से अधिक स्टोर्स में करीब 64 करोड़ का फुटफॉल प्रतिवर्ष हैं। रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी ने इस नेटवर्क से 3 करोड़ किराना स्टोर्स और 12 करोड़ किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने हाल ही में जियोमार्ट को भी लॉन्च किया है जो ग्रोसरी सेक्टर का ऑनलाइन स्टोर है। जियोमार्ट पर हर दिन करीब 4 लाख ऑर्डर बुक हो रहे हैं।
सिल्वर लेक डील पर खुशी जाहिर करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “हमें खुशी है कि लाखों छोटे व्यापारियों के साथ साझेदारी करने के हमारे परिवर्तनकारी विचार से सिल्वर लेक अपने निवेश के माध्यम से जुड़ा है।
भारतीय रिटेल सेक्टर में भारतीय उपभोक्ताओं को मूल्य आधारित सर्विस मिले यही हमारा प्रयास है। हमारा मानना है कि प्रौद्योगिकी रिटेल क्षेत्र में जरूरी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण साबित होगी और रिटेल इको सिस्टम से जुड़े सभी घटक एक बेहतर विकास प्लेटफार्मों का निर्माण कर सकेंगे। भारतीय रिटेल सेक्टर में हमारे विजन को आगे बढ़ाने में सिल्वर लेक महत्वपूर्ण भागीदार होगा”
निवेश पर टिप्पणी करते हुए, सिल्वर लेक के सह-सीईओ और प्रबंध साझेदार, श्री एगॉन डरबन ने कहा, “मुकेश अंबानी और रिलायंस की टीम ने अपने प्रयासों से रिटेल और टेकनॉलोजी सेक्टर में लीडरशिप हासिल की है। इतने कम समय में जियोमार्ट की सफलता, विशेषकर तब जबकि भारत बाकी दुनिया के साथ कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है, वास्तव में अभूतपूर्व है।