देश के राज्य मध्य प्रदेश में ‘सिंहस्थ महाकुम्भ’ के आयोजन को भव्य बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इस महाकुम्भ की ब्रांडिंग विदेशों में भी की जा रही है। इसके लिए मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग इसकी ब्रांडिंग पर करीब 58 करोड़ रुपये खर्च करेगा। यह महाकुम्भ मध्य प्रदेश की उज्जैन नगरी में आयोजित किया जायेगा।
सुरक्षा के पूरे इंतजाम:
‘सिंहस्थ महाकुम्भ’ को सफल बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। गौरतलब है कि, 1 महीने तक चलने वाले इस महाकुम्भ में करोड़ो श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है। ऐसे में सुरक्षा में छोटी सी चूक बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है। श्रद्धालुओं की किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके लिए मेला क्षेत्र को पूरी तरह हाईटेक बनाया जा रहा है। लोगों को मेले से जुड़ी जानकारी अपने मोबाईल पर ही मिल जाएगी। सिहंस्थ 2016 के सफल आयोजन में आईटी (इंफार्मेशन टेक्नालॉजी) की बड़ी भूमिका रहेगी।
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सिहंस्थ महाकुम्भ क्षेत्र पूरा वाई-फाई होगा। इसके अलावा मोबाईल एप भी तैयार किया जा रहा है, जिसमें सिंहस्थ के पर्व स्नानों की जानकारी, अखाड़ों की जानकारी, दर्शनीय स्थलों को जानकारी, उनके नक्शे आदि तो रहेंगे ही, महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक इमरजेंसी बटन भी इसमें डाला जाएगा, जिससे आपात स्थिति में इस बटन को दबाने से उनकी लोकेशन व फोन नंबर सीधे सुरक्षा में लगी एजेंसी को पहुंच जाएगा और तुरंत सहायता पहुंचाई जा सकेगी।
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सिहंस्थ क्षेत्र व नगरीय क्षेत्र को मिलाकर कुल 134 पाइंट पर कुल 650 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह कैमरे रात-दिन क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। घाटों पर स्नान के दौरान 11 स्थानों पर निगरानी हेतु कैमरे लगाए जाएंगे। सीसीटीवी कैमरे जहां एक ओर सड़कों से आ रहे ट्रैफिक पर नजर रखेंगे, वहीं सेटेलाईट टाऊनों में कितने वाहन व भीड़ इकट्ठी हो रही है, इसकी पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम को देगी।
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संपूर्ण मेला क्षेत्र में आईटी बेस्ड हेल्प सेंटर खोले जाएंगे। इस सेंटर से आमजन जहां उसकी जरूरत की सूचनाएं प्राप्त कर सकेंगे।
- सिंहस्थ 2016 की व्यवस्था के लिए सिंहस्थ का पोर्टल भी बनाया गया है। यह पोर्टल डेस्कटॉप, लेपटॉप एवं मोबाईल पर भी चलेगा। इस पोर्टल के माध्यम से सिंहस्थ में तैनात किए जाने वाले लगभग एक लाख कर्मचारियों का मैनेजमेंट किया जाएगा
हर श्रद्धालु का होगा 2 लाख का बीमा:
‘सिहंस्थ महाकुम्भ’ 2016 के लिए मेला कार्यालय द्वारा मेले में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु का दुर्घटना बीमा कराया जाएगा। यह बीमा 2 लाख रुपए का होगा। इसी तरह मेला क्षेत्र में सेवा देने वाले शासकीय कर्मचारियों का 5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा करवाया जाएगा।