[nextpage title=”Snake Bite Treatment” ]

बरसात के मौसम में अक्सर ही लोगों के सांप द्वारा काटे जाने की ख़बरें सुनने को मिलती हैं। सही जानकारी न होने के कारण ऐसे कई मामलों में मरीज की मौत हो जाती है। अधिकतर मामलों में सांप के काटने के बाद इलाज के लिए की गई देरी व्यक्ति के लिए घातक साबित होती है। सांप के काटने के बाद मरीज का इलाज ओझा, झाड़-फूँक और जड़ी-बूटी से करने के चक्कर में समय निकल जाता है और उसकी मौत हो जाती है। ऐसे समय पर सही जानकारी पीड़ित व्यक्ति के इलाज में बेहद मददगार साबित हो सकती है।

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Snakebite

हमारे देश में सांपो की 500 से अधिक प्रजातियां पायी जाती हैं, जिनमे से जहरीले सांपों की सिर्फ 13 प्रजातियां हैं। जिनमें कोबरा, रस्सेल वाइपर, स्केल्ड वाइपर और करैत सबसे जहरीले सांप हैं। यानी कि हमारे देश में पाए जाने वाले अशिकतर सांप जहरीले नहीं होते, इसीलिए ऐसे समय पर घबराने की बजाय सांप की प्रजाति का पता लगाने की कोशिश करें। सांप की प्रजाति का पता होने पर डॉक्टर के लिए मरीज की जान बचाने की संभावनाएं और भी बढ़ जाती हैं।

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Snakebite

सांप के काटने से मौत का सबसे बड़ा कारण होता है सही समय पर मरीज को प्राथमिक उपचार न मिल पाना।

  • सबसे पहले मरीज को सांप से दूर ले जाएँ, ताकि उसकी घबराहट दूर हो सके।
  • सांप के काटने के बाद सबसे पहले मरीज के जूते, अंगूठियां अंगूठी, कड़ा, कंगन और गहने इत्यादि उतार दें।
  • मरीज को आराम करने के लिटा दें और उसे शांत रखने की कोशिश करें।

सबसे ज्यादा जरूरी है कि मरीज की घबराहट को कम करने कोशिश की जाए। सांप के काटने के अधिकतर मामलों में मरीज की मौत उसकी घबराहट की वजह से होती है। मरीज के जख्म पर पट्टी बाँध दें और तुरंत ही उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएँ। लेकिन अगर मरीज को अस्पताल ले जाने का समय न बचा हो, तो अगले पेज पर दिए गए तरीके से उसकी जान बचाई जा सकती है।

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naja-200

मसूड़ों से खून आना शरीर में जहर फैलने का सबसे आम लक्षण है। मरीज के पूरे शरीर में सांप का जहर फैलने में करीब 3 घंटे लगते हैं। इतने समय में आपकी सही जानकारी मरीज की जान बचा सकती है। किसी भी होमियोपैथी दुकान से NAJA 200 होमियोपैथी दवा को खरीदे लें। इस दवा की 5 मिलीलीटर शीशी से करीब 100 लोगों की जान बचाई जा सकती है। यह दवा बेहद आसानी से आपको किसी भी होमियोपैथी दुकान पर मिल जाएगी।

जिस भी व्यक्ति को सांप ने काटा हो, 10-10 मिनट के अन्तराल पर तीन बार 1 बूँद दवा उसकी जीभ पर रखें। सिर्फ इतना करने मात्र से ही उसकी जान बचाई जा सकती है। हालांकि यह दवा सांप के काटने पर बेहद मददगार साबित होती है, लेकिन फिर भी किसी अस्पताल में मरीज का चेकअप जरूर करा लें।

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