2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारियाँ शुरू कर दी है। इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी के जिलों का दौरा कर पार्टी के संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों संग बैठक कर उन्हें जिम्मेदारियां देना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी के एक बड़े और कद्दावर नेता को जिम्मेदारी दी है जिसके बाद नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
नरेश उत्तम पटेल को दिया मौका :
यूपी के एमएलसी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने नामांकन दाखिल किया है। अखिलेश के नरेश उत्तम को मौका देने से साफ है कि मुलायम के बाद अखिलेश यादव की सपा में भी नरेश उत्तम का कद पहले जैसा ही बना हुआ है। अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव के हाथों से 2017 में प्रदेश अध्यक्ष का पद लेकर नरेश उत्तम पर भरोसा जताया था। इसके बाद अब अखिलेश ने नरेश उत्तम को एक बार फिर एमएलसी का उम्मीदवार बनाकर उनपर भरोसा जताया है। सामान्य परिवार के नरेश उत्तम के पिता किसान थे। खेती-बाड़ी कर घर का गुजारा करते थे।
रणनीति बनाने का मिला ईनाम :
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की राजनीतित सूझबूझ काफी ज्यादा है। जब सभी को लग रहा था कि भाजपा को उसके गढ़ में हराना असंभव है तो नरेश उत्तम ने सपा के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया। वे घूम-घूम कर पूरे प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में जुटे थे। सभी पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों का साथ में लाने के लिए अखिलेश यादव ने नरेश उत्तम को जिम्मेदारी दी थी। नरेश उत्तम पटेल ने सपा के कार्यकर्ताओं को बसपा वोटरों को बूथ तक पहुंचाने के लिए तैयार किया। उसका परिणाम रहा कि दोनों सीटों पर जीतकर सपा ने पूरे देश को संदेश दिया कि भाजपा को हराया जा सकता है।