2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा का दावा है कि विधानसभा चुनावों की तरह इस बार के चुनाव में पार्टी को पारिवारिक झगड़े का कोई नुकसान नहीं होगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद दावा कर चुके हैं कि झगड़ा तो कुर्सी के लिए थे, जब कुर्सी नहीं तो झगड़ा भी खत्म हो गया है। अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस दावे को उन्हीं की पार्टी के एक विधायक ने झूठा साबित करते हुए पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी की पोल खोल कर रख दी है।
कानपुर पहुंचे सपा प्रदेश अध्यक्ष :
पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल कानपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्नाव में एक किशोरी के साथ विधायक और उसके गुर्गे दुष्कर्म करते हैं। पीड़िता थाने, एसपी और डीएम के दरवार पर फरियाद लगाती है। फिर भी उसे इंसाफ नहीं मिलता है। सीएम के आवास पर आत्मदाह के लिए पहुंची पीड़िता को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में बेहरमी से पिटाई कर उसे मार डाला जाता है। अब सीएम योगी बताएं कि ये कहाँ का रामराज है। जब से भाजपा की सरकार आई है, यूपी में रामराज नहीं, रावण राज आ गया है। भाजपा सरकार ने रेप के आरोपी विधायक को बहुत दिनों तक बचाए रखा। मामला कोर्ट में गया और वहां से फटकार मिली, तब सोई सरकार जागी और मजबूरी में विधायक के खिलाफ कार्रवाई की।
मंच से बोले सपा विधायक :
कानपुर पहुँचने पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम का पार्टी विधायक इरफान सोलंकी ने स्वागत किया। इसके बाद मंच से बोलते हुए उन्होंने कई बड़े खुलासे किये। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग दूसरों के सिर पर पैर रखकर आगे बढ़ना चाहते हैं। ऐसे आस्तीन के साँप हर जगह होते हैं, सपा में भी हैं। कई बार जोर देकर कहा कि ऐसे लोग मंच पर भी मौजूद हैं जिन्होंने मेरी आवाज मोबाइल में रिकॉर्ड कर दूसरों को सुनाई है। वे लोग संभल जाएं क्योंकि ऊपर वाला सब देखता है। इसके बाद विधायक अमिताभ बाजपेयी और महानगर अध्यक्ष अब्दुल मुईन खां ने भाजपा सरकार पर हमलावर होते हुए लोकसभा चुनाव में सपा की जीत का जोश बुलंद किया।