Special Report:- शारदीय नवरात्र की शुरुआत कल से,तैयारी पूरी -कल से घर घर बिराजेगी आदिशक्ति
-इस बार हाथी पर ही आएंगी और जाएंगी मां दुर्गा
-कल से शुरू हो रहा है माँ दुर्गा की उपासना का महापर्व
-इस बार शारदीय नवरात्रि सोमवार के दिन शुरू होने के कारण माता का वाहन हाथी होगा
-जब माता दुर्गा का आगमन पृथ्वी पर हाथी के साथ होता है यह शुभ संकेत माना जाता है
-शास्त्रों में हाथी को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक माना गया है
आदिशक्ति मां दुर्गा की उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्र कल से ग्रह-गोचरों के शुभ संयोग में कलश-स्थापना के साथ आरंभ हो रहा है।नवरात्रि को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो गयी है।हरदोई में कल घर घर कलश स्थापना के साथ माता का आगमन हो जाएगा।बाजारों से श्रद्धालुओं ने पूजन सामग्री,फल आदि खरीद लिए है वहीं मंदिरों में भी भक्तों के आगमन और महामाई के पूजन अर्चन को लेकर तैयारी पूरी है।
हरदोई के श्रीराम जानकी मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य मैथिलीशरण ने बताया कि इस बार शारदीय नवरात्रि सोमवार के दिन शुरू होने के कारण माता का वाहन हाथी होगा। नवरात्रि के दिनों में जब देवी दुर्गा पृथ्वी पर आती हैं, तो अलग-अलग वाहन में सवार होकर आती हैं।उन्होंने बताया कि जब माता दुर्गा का आगमन पृथ्वी पर हाथी के साथ होता है। यह शुभ संकेत माना जाता है। शास्त्रों में हाथी को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक माना गया है ऐसे में देश की जनता के लिए यह कई तरह के शुभ संकेत और समृद्धि लाने की तरफ इशारा है।आचार्य ने बताया कि इस वर्ष 26 सितंबर, सोमवार से शारदीय नवरात्रे शुरू होकर पांच अक्टूबर को विजयादशमी पर समाप्त हो जाएंगे।नवरात्रे पर्व में नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा आराधना की जाएगी। पहले दिन कलश स्थापना करते हुए विधि-विधान से मां दुर्गा की उपासना शुरू होगी फिर अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन किया जाएगा। शास्त्रों में मां अंबे की आराधना बहुत लाभदायी मानी गयी है। जो कोई सच्चे मन और विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करता है उसे जीवन में ज्ञान, सौभाग्य, आध्यात्मिक शक्ति, समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।बताया कि नवरात्रि के पर्व पर पृथ्वी लोक में माता का आगमन होता है और घर-घर स्थापित होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
Report:- Manoj