[nextpage title=”6 साल बाद घर लौटा 4 साल का राजेश”]

हमारे देश में कई ऐसी कहानियाँ प्रचलित हैं, जिनके मुताबिक़ मौत के बाद भी एक दुनिया है और मौत के पुनर्जन्म भी होता है। भले ही विज्ञान ने पुनर्जन्म को मान्यता न दी हो, लेकिन समय समय पर लोगों के पुनर्जन्म की कहानियां सामने आती रहती हैं। पुनर्जन्म के बारे में लोगों के भी अपने-अपने मत हैं कुछ लोग इसे सच मानते हैं, तो कुछ अंधविश्वास। भले ही लोग पुनर्जन्म पर विश्वास करें या न करें, लेकिन जब कभी भी लोगों के सामने इस तरह की घटनाएं होती हैं तो किसी के पास कहने के लिए कोई शब्द नहीं होते। यहाँ हम बात कर रहे हैं एक 4 साल के ऐसे बच्चे की, जिसने अपनी पुनर्जन्म की कहानी से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। अपने आपको 35 साल का व्यस्क बताने वाले इस बच्चे ने अपनी कहानी से सभी को हैरान कर दिया।

मुरादाबाद जिले के तारापुर में रहने वाले राजेश की उम्र सिर्फ चार साल है, लेकिन उसने अपनी बातों से पूरे गाँव को हैरान कर रखा है। राजेश जब तीन साल का था तभी से उसने अपने माँ-बाप को अपने पिछले जन्म की कहानियाँ सुनाना कर दिया था। लेकिन परिवार वालों ने बचपना समझकर उसकी बातों को नजरअंदाज कर दिया। लेकिन एक दिन एक ऐसी घटना हुई जिससे न सिर्फ उसके परिवार बल्कि पूरे गाँव के लोगों ने उसकी बातों पर विश्वास करने पर मजबूर होना पड़ा।

दरअसल एक दिन राजेश अपने परिवार के साथ अपने गाँव तारापुर से कुछ ही दूरी पर स्थित रामपुर के खरसौल गांव में आता है। खरसौल पहुँचते ही राजेश गाँव के एक ठेले पर पर जाता है और दुकानदार रिंकू को अपना बेटा बताने लगता है। पूछने पर वह सबके सामने अपने पुनर्जन्म की एक ऐसी कहानी बयान करता है जिसे सुनकर सब असमंजस में पड़ जाते हैं।

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Reincarnation

राजेश बताता है उसका नाम पप्पू है और उसकी उम्र 35 साल है। 2010 में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद उसने पुनर्जन्म लिया है। राजेश बताता है कि वह ठेला लगाने का काम करता था। उसने बताया कि वह अपने काम से घर लौट रहा था तभी मौसेरे भाई राकेश ने उसकी पीठ पर गोली मारी थी। साथ ही राजेश लोगों को वह जगह भी दिखाता है जहां उसे गोली मारी गई थी। उसकी बातें सुनकर लोगों के पैरों तले जमीन खिसक जाती है क्योंकि उसकी बताई हर बात एकदम सत्य थी।

वहाँ से राजेश वापस अपने घर लौट जाता है लेकिन जैसे ही उसके पुनर्जन्म की पत्नी लक्ष्मी को ये सब बातें पता लगती हैं वह अपने बेटों के साथ राजेश से मिलने तारापुर गाँव पहुँचती है। लक्ष्मी को सामने देखकर राजेश तुरंत ही उसे पहचान लेता है।

कुछ ही दिनों बाद राजेश अपने परिवार के साथ दोबारा खरसौल गाँव आता है और बिना किसी की मदद के वह अपने पुराने घर पहुँच जाता है। घर पहुँचने के बाद अपनी फोटो को पहचानता है। राजेश पिछले चार सालों में घर में हुए बदलावों की भी बात करता है। इस घटना के बाद से उसके परिवार और गाँव के सभी लोग राजेश को पप्पू मान रहे हैं। लोगों का मानना है कि पप्पू ने ही राजेश के रूप में दूसरा जन्म लिया है।

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