2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए नेताओं के दल बदलने का सिलसिला शुरू हो चुका है। सत्ताधारी दल के सरकार से जाने के बाद पार्टी बदल लेना नेताओं के लिए कोई नया काम नहीं है। बीते दिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस की थी। इस दौरान यूपी के वर्तमान कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के भतीजे प्रमोद मौर्या ने सपा ज्वाइन की। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की राजनीति में सुल्तान के नाम से मशहूर नेता को अखिलेश ने सपा में शामिल कराया है।
भाजपा वाले दिखाते हैं सपने :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि BJP के लोग केवल सपने दिखा रहे हैं। प्रदेश के किसान कर्ज से परेशान होकर लखनऊ आकर पेड़ पर चढ़ रहे हैं। भाजपा वालों ने तो किसान का कर्ज माफ करने का बीड़ा उठाया था तो बताये कि कितना कर्ज माफ कर दिया है। अब तो उत्तर प्रदेश का बजट भी आ गया है। इस सरकार में तो पंजाब नेशनल बैंक कैशलेश हो गयी है। अखिलेश ने जनता से अपील करते हुए कहा कि जनता हमारा साथ दे जिससे चुनाव में भाजपा को हराया जा सके। इसके अलावा सपा ज्वाइन करने वाले सभी नेताओं पर अखिलेश ने कहा कि आज पार्टी में आने वाले सभी लोगों का स्वागत करता हूँ। उन्होंने कहा कि जो लोग समाज को एक देखना चाहते हैं, सपा उन्हें अपने साथ जोड़ती रहेगी।
सुल्तान को कराया शामिल :
लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अखिलेश यादव ने कई नेताओं को सपा की सदस्यता दिलाई। बसपा के पूर्व विधायक सुल्तान बेग समेत उनके दर्जनों समर्थक भी सपा में शामिल हो गये। सपा ज्वाइन करने वाले नामों में सुल्तान का नाम नहीं था, हालाँकि उनके ज्वाइन करने की घोषणा हो चुकी थी। इस मुद्दे पर सपा के बरेली जिलाध्यक्ष सुभलेश यादव ने कहा है कि इस मामले पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 11 मार्च के बाद फैसला लेंगे। हालाँकि तब तक सुल्तान बेग सपा का सहयोग करते रहेंगे। हालाँकि फिर भी सुल्तान ने लखनऊ के जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में अखिलेश से मिलकर मुलाकात का दावा किया है।