जुबली हीरो के नाम से फेमस राजेंद्र कुमार की गुरुवार को 19वीं डेथ एनिवर्सरी है। बीते जमाने में बॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाले राजेंद्र कुमार न दोस्तों पर और न खुद पर पैसा खर्च करते थे। यही कारण है कि उनकी इंडस्ट्री में अपनी के अलग पहचान थी। इंडस्ट्री के लोग उन्हें कंजूस भी कहते थे। जब उनकी आर्थिक स्थिति खराब हुई तो उन्होंने अपना लकी बंगला राजेश खन्ना को बेचा था। जब उन्हें ये बंगला छोड़कर जाना पड़ा था, वो पूरी रात रोते रहे थे। आज हम आपको उनके जीवन की कुछ ऐसी ही अनसुनी बातें बतायेंगे।
काफी संघर्ष के बाद मिला मौक़ा :
दिवंगत अभिनेता राजेंद्र कुमार को फिल्मों में काम करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। बॉलीवुड में वे हीरो बनने का ख्वाब लिए जब मुंबई आए थे, उस समय उनकी जेब में मात्र 50 रुपए थे। गीतकार राजेंद्र कृष्ण की मदद से उनको 150 रुपए सैलरी पर डायरेक्टर एचएस रवैल के सहायक के तौर पर काम मिला था।
1950 में आई फिल्म ‘जोगन’ में राजेंद्र कुमार को काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में उनके साथ दिलीप कुमार लीड रोल में थे। 1950 से 1957 तक राजेन्द्र कुमार फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करते रहे। 1957 में आई फिल्म ‘मदर इंडिया’ में छोटे से रोल के बावजूद उन्होंने पसंद किया गया।
1959 में आयी थी पहली हिट फिल्म :
1959 में आई फिल्म ‘गूंज उठी शहनाई’ बतौर लीड एक्टर राजेंद्र कुमार की पहली हिट साबित हुई थी। इसके बाद ‘धूल का फूल’, ‘मेरे महबूब’, ‘आई मिलन की बेला’, ‘संगम’, ‘आरजू’ , ‘सूरज’ आदि सफल फिल्मों में काम किया है। फिल्मों की कामयाबी को देखते हुए उनके फैन्स ने उनका नाम ‘जुबली कुमार’ रख दिया था।
खराब हो गई थी आर्थिक हालत :
70 के दौर में जुबली हीरो का रंग अब फीका पड़ने लगा। उनकी माली हालत खराब होने लगी थी। अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए राजेंद्र कुमार को अपना बंगला ‘डिंपल’ बेचना पड़ा था। 1960 के शुरुआत में राजेंद्र कुमार ने बांद्रा के कार्टर रोड पर समुद्र किनारे बने इस बंगले को 60 हजार रुपए में एक्टर भारत भूषण से खरीदा था।
उन्होंने इसे नया रूप देकर इसका नाम अपनी बेटी ‘डिंपल’ के नाम पर रख। इस बंगले में आते ही राजेंद्र कुमार को सफलता मिलनी शुरू हो गई थी। इस बंगले के लिए राजेश खन्ना ने राजेंद्र कुमार को 3.5 लाख रुपए अदा किए थे।
को-स्टार से रहा था अफेयर :
राजेन्द्र कुमार ने सबसे ज्यादा हिट फिल्में ‘आई मिलन की बेला’, ‘झुक गया आसमान’, ‘अमन’, सायरा बानो के साथ की थी। कहा जाता है कि एक साथ स्क्रीन शेयर करने के दौरान दोनों को प्यार हो गया था।