सीनियर या अंडर-19 राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के द्वारा जब भी द्विपक्षीय सीरीज़ में अच्छा प्रदर्शन करने पर बीसीसीआई टीम को इनामी राशि देती है. लेकिन इस बार बीसीसीआई के हाथ उच्चतम न्यायालय के आदेशों के कारण बंधे हुए है.
टीम को करना होगा इनामी राशि का इंतज़ार-
- बीसीसीआई और उसके राज्य संघ लोढ़ा समिति की सिफारिशों को मानने से इनकार करती रही है.
- इसी कारण उच्चतम न्यायालय के आदेश पर बीसीसीआई की वित्तीय स्वतंत्रता और अधिकारों को सीमित कर दिया गया है.
- बता दें कि बीसीसीआई को किसी भी राशि के वितरण के लिए उच्चतम न्यायालय की स्वीकृति आवश्यक होती है.
- ऐसे में इस टेस्ट टीम को इनामी राशि के लिए थोडा अधिक इंतज़ार करना होगा.
- एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीन जनवरी को उच्चतम न्यायालय की सुनवाई से पहले कुछ नहीं हो सकता है.
मिलती है भारी भरकम प्रोत्साहन राशि-
- आम तौर पर सीनियर टीम को भारी-भरकम प्रोत्साहन राशि मिलती है.
- बता दें कि 2015 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका की चार मैचों की सीरीज़ पर जीत हासिल की थी.
- तब टीम को दो करोड़ की राशि मिली थी.
- अब देखना होगा कि क्या बीसीसीआई टीम को पुरस्कृत करने के लिए उच्चतम न्यायालय से स्वीकृति लेता है या नहीं.
- उच्चतम न्यायलय ने इंग्लैंड के खिलाफ प्रत्येक टेस्ट मैच के आयोजन के लिए 58 लाख 66 हज़ार रुपये आवंटित किये थे.
- बीसीसीआई ने इंग्लैंड के खिलाफ प्रत्येक सीमित ओवेरों के मैच के लिए 25 लाख रुपये जारी करने की अपील की है.