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दुनिया भर में मरने के बाद शरीर को विसर्जित करने के कई तरीके अपनाए जाते है। कुछ धर्मों में शरीर को जलाया जाता है तो कुछ में शरीर को धरती में ही दफना दिया जाता है। जब भी किसी की मृत्यु होती है तो उस व्यक्ति के घरवालो के साथ ही चाहने वालो को भी काफी दुःख पहुँचता है। मगर क्या आपने कभी सुना है कि किसी के जीवित रहते ही उसे शव मानकर उसकी शवयात्रा निकाली जाए। जी हाँ, भारत में ही ऐसी एक जगह है जहाँ पर व्यक्ति की जीते जी शवयात्रा (tradition) निकाली जाती है।

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अनोखी है परम्परा (tradition) :

  • दुनिया भर में कई तरह की हैरान कर देने वाली परम्पराएँ हमें सुनने को मिलती रहती है।
  • मगर कुछ परम्पराएँ ऐसी भी होती है जिनके बारे में सुनकर शायद किसी को यकीन नहीं होगा।
  • आज हम आपको हमारे भारत की ऐसी ही एक परंपरा के बारे में बताएँगे जो सभी को हैरान कर देगी।

tradition

  • भारत में ऐसी जगह है जहाँ भगवान को प्रसन्न करने के लिए जिंदा इंसान की शवयात्रा निकालते है।
  • स्थानीय ग्रामीण क्षेत्र के लोगो द्वारा ऐसा इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।

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  • मध्य प्रदेश के मंडला जिले के गाँव में इस तरह की शवयात्रा को निकाला जाता है।
  • यहीं के जुनवानी गाँव में बारिश को लाने के लिए जीवित महिला की शवयात्रा निकाली जाती है।

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  • स्थानीय लोग मानते है कि ऐसा करने से इन्द्रदेव जल्द प्रसन्न हो जाते है।
  • मानसून समय पर नहीं आने पर गाँव में पंचायत बुलाई जाती है और ये फैसला लिया जाता है।

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  • यही नहीं, आस-पास के अन्य गाँवों में तो कई अन्य तरह के मान्यताएं प्रचलित है।
  • एक गाँव में मानते है कि किन्नर के नृत्य करने से इन्द्रदेव जल्दी प्रसन्न होकर बारिश कर देते है।
  • भारत देश हमेशा से ही विविधताओं का देश रहा है जिसके कई विशेषताएँ है।
  • इन्ही खासियतो के कारण ही भारत को विश्व में एक ख़ास स्थान प्राप्त हो गया है।

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