रोहतक के राजीव गांधी स्टेडियम स्थित राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी (एनबीए) में देश का पहला वीडियो एनॉलिटिकल लैब खोला जाएगा। इसके द्वारा मुक्केबाज अपनी कमजोरियों और खूबियों के अनुरूप पंचों को तराशेंगें। इस तकनीक की मदद से ओलंपिक 2020 में देश के लिए पदक बटोरने के लिए इस तकनीक की शुरुआत हुई है।
मुक्केबाजी हुई तकनीक से भरपूर-
- वीडियो एनॉलिटिकल लैब में अब मुक्केबाज अपनी कमजोरियों और खूबियों को परखेंगे।
- इससे उन्हें अपनी कमजोरियों और खूबियों को ढूंढने और तराशने में भी मदद मिलेगी।
- इस लैब के माध्यम से मुक्केबाजों के खेल, और खेल की तकनीक पर काम होगा।
- इसके अलावा मुक्केबाजों की शारीरिक बनावट और उनके अभ्यास तरीकों पर भी काम होगा।
- हाईस्पीड कैमरों से हर छोटी-बड़ी जानकारी का वीडियो तैयार किया जाएगा।
- इसकी मदद से खिलाडि़यों के शरीर को 7 भागों में बांटकर हर पैमाने पर परीक्षण किया जाएगा।
- इस लैब की मदद से देश के मुक्केबाज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता बटोरने में ज्यादा सफल होंगें।
- राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी के प्रमुख सतीश कुमार सरहदी ने बताया कि साई प्रशिक्षकों के अलावा विदेशी विशेषज्ञों से राय ली गई है।
- सतीश कुमार सरहदी ने बताया कि इसका काम एक-डेढ साल में पूरा हो जाएगा।