नाबालिग से बलात्कार के मामले में जोधपुर की अदालत ने धर्मगुरु आसाराम बापू को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है। अदालत ने शिल्पी और शरतचंद्र को 20-20 साल की सज़ा सुनाई। आसाराम के आश्रम के रसोइया प्रकाश और आसाराम के निजी सचिव रहे शिवा को बरी कर दिया गया। सभी लोग हैरान हैं कि आखिर 75 साल की उम्र में आसाराम ने एक नाबालिग का रेप कैसे किया। अब जाकर उस दावा का खुलासा हो गया है जिसे लेने के बाद आसाराम कुकृत्य को अंजाम देता था।
आसाराम पर हुआ खुलासा :
औषधीय गुणों वाली सफेद मूसली की मांग लगातार बढ़ रही हैं। आसाराम का मामला सामने आने के बाद यह औषधि ज्यादा चलन में आई। यह वही औषधि है जो आसाराम अपने आश्रम में अक्सर इस्तेमाल करता था। इसे वह अपनी मर्दानगी बनाए रखने के लिए इस्तेमाल करता था। अपने इच्छाओं को पूरी करने के लिए भी वह यह औषधि लेता था।
इस बात का खुलासा उसकी सेविका ने जोधपुर हाई कोर्ट में ट्रायल के दौरान किया था। इसकी खेती में काफी पैसा लगाना पड़ता हैं लेकिन जब मेडिकल साइंस ने इसके फायदे देखे तो वह खुद हैरान हो गए थे। काफी सालो से दवाइया बनाने वाली कम्पनिया इस पर रिसर्च कर रही हैं। आज हम आप को बताएंगे की आखिर को हैरान हैं मेडिकल साइंस भी और क्या हैं इस दवाई के फायदे।
मूसली दो तरह की हुआ करती हैं। सफेद मुसली का उपयोग इन्फर्टिलिटी और स्पर्म की कमी को दूर करने के लिए किया जाता था। अब भी आयुर्वेदिक दवाइयों में इसका उपयोग किया जाता है। यह सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए भी उतनी ही गुणकारी औषधि है।
सफेद मूसली शीघ्रपतन के देसी इलाज के काफी मशहूर है। कौंच के बीज, सफेद मूसली और अश्वगंधा के बीजों को बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर बारीक चूर्ण बनाकर एक चम्मच चूर्ण सुबह और शाम एक कप दूध के साथ लेने से शीघ्रपतन और वीर्य की कमी जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं। सालों से विभिन्न दवाइयो के निर्माण में भी सफेद मूसली का उपयोग किया जाता है।