हाईपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है, जो अपने साथ कई और बीमारियों का कारण बनती है। जैसे मधुमेह, हृदयरोग, मानसिक तनाव समेत कई अन्य बीमारियां होती हैं। इन बीमारियों के बचाव के प्रति जागरूकता लाने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे मनाया जाता है।
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे से जुड़ी जानकारी :
- World Hypertension League (WHL) द्वारा वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे रूप में नामित कर इसे दिवस के रुप में मनाना शुरू किया गया।
- वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग ने सबसे पहले 14 मई, 2005 को WHD दिवस मनाया था।
- जिसके बाद 2006 से हर साल इसे 17 मई को मनाया जा रहा है।
- इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में उच्च रक्तचाप के बारे में जागरूकता लाना है।
- उच्च रक्तचाप से ग्रस्त मरीजों के बीच उचित ज्ञान की कमी है जिसे इस दिवस के माध्यम से जागरूक करना है।
हाइपरटेंशन के संकेत एवं लक्षण
- उच्च रक्तचाप शायद ही कभी कोई लक्षण दिखाता है।
- आमतौर पर इसकी पहचान स्क्रीनिंग के माध्यम से होती है या जब इससे असंबंधित स्वास्थ्य समस्या के लिए देखभाल जरूरत पड़ती है।
- उच्च रक्तचाप से पीड़ित कुछ लोग सिरदर्द तथा साथ ही चक्कर आने की, वर्टिगो टिनिटस (कान में गूंज या फुसफुसाहट की आवाज़), दृष्टि परिवर्तन तथा बेहोशी की शिकायत करते हैं।