देश में क्रिकेट का एक अनमोल रत्न मौजूद है जो उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले का निवासी है। इस खिलाड़ी की खासियत यह है कि यह दोनों हाथों से गेंदबाज़ी करने में माहिर है। अपने इस अनोखे हुनर के लिए ही वह ‘एम्बीडेक्ट्रस बॉलर’ के रूप में जाना जाता है।
क्रिकेट का है जुनून :
- आपको बता दें कि इस खिलाड़ी का नाम उत्कर्ष है।
- उत्कर्ष एक हुनरमंद खिलाड़ी है जो दोनों हाथो से गेंदबाज़ी करने में माहिर हैं।
- ये बाएं हाथ से चाइना मैन गेंदबाजी करते हैं और दाएं हाथ से लेग स्पिन।
- उत्कर्ष बताते हैं कि उन्होंने शहर लेवल पर 8 मैचों में 14 विकेट झटके थे।
- साल 2011 में वे पहली बार कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) के टूर्नामेंट में खेले थे।
- हालांकि उनको अभी तक स्टेट लेवल पर खेलने का मौका नहीं मिल सका है।
- उत्कर्ष बताते हैं कि यूपी से मौका ना मिला तो वे झारखंड पहुंच गए और वहां रांची स्पोर्टिंग क्लब से क्रिकेट खेला।
- इस दौरान उन्हें वहाँ बेस्ट गेंदबाज़ के खिताब से भी नवाज़ा गया।
- साल 2014 में उन्हें मुंबई इंडियंस से बुलावा आया था जिसके बाद वह मुंबई गए थे।
- परंतु स्टेट लेवल पर नहीं खेलने की वजह से वहाँ उनका चयन नहीं हो सका।
- आपको बता दें उत्कर्ष बेहद सामान्य परिवार से तालुक रखते हैं।
- साल 1999 में पिता की मौत के बाद घर की सभी जिम्मेदारियां उन पर आ गईं थीं।
- अब वे घर का खर्च चलाने के लिए मार्केटिंग करते हैं पर फिर भी उन्होंने क्रिकेट खेलना नहीं त्यागा है।
एक्सीडेंट से बदली ज़िन्दगी :
- उत्कर्ष बताते हैं कि पहले वह दाएं हाथ से गेंदबाजी करते थे।
- लेकिन करीब तीन साल पहले एक एक्सीडेंट ने उनकी जिंदगी बदल दी।
- दरअसल एक्सीडेंट के बाद उनके दाएं कंधे के लिगामेंट खुल गए थे।
- जिसके बाद डॉक्टर ने उन्हें गेंदबाजी करने से मना कर दिया था।
- परंतु क्रिकेट के जुनूनी उत्कर्ष ने बाएं हाथ से गेंदबाजी शुरू कर दी।
- इसके बाद उत्कर्ष के हौंसलों को नई उड़ान मिल गई और वह चाइना मैन गेंदबाज बन गए।
- उत्कर्ष के लिए ये एक्सीडेंट एक वरदान साबित हुआ जिसके बाद वे दोनों हाथों से गेंदबाजी करने लगे।
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