एक 9 साल का बच्चा जो दिन की शुरुआत किसी भी सामान्य बच्चे की तरह स्कूल जा कर करता है, और रात होते ही वह बच्चा एक साइबर सुरक्षा शोधकर्ता बन जाता है। आइये आपको बताते हैं, दुनिया के सबसे कम उम्र ‘हैकर’ के बारे में बताते हैं, जिसका नाम है रुबेन पॉल।
साइबर जासूस बनना चाहता है रुबेन:
मात्र 9 साल की उम्र में दुनिया के सबसे कम उम्र के हैकर का तमगा हासिल करने वाले रुबेन की भविष्य को लेकर योजना थोड़ी अलग है। वो बड़े होकर दिन में बिजनेसमैन बनना चाहते हैं और रात को ‘साइबर जासूस’। रुबेन टेक्सास के टेक्सास पब्लिक चार्टर स्कूल में पढ़ता है। हाल ही में रुबेन ने ऑस्टिन में आयोजित टेक्सास सुरक्षा सम्मेलन में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
रुबेन ने टेक्नोलॉजी के लिए हानिकारक मैलवेयर को एक एप्प में प्रेषित कर उसके सभी कॉन्टेक्ट्स और कॉल लॉग्स को लाइव सम्मेलन में दिखाया। इसके अलावा वो हैक्ड डिवाइस से विडियो कॉल और उस फ़ोन की रियल टाइम लोकेशन ले कर भी दिखाया।
रुबेन ने सम्मेलन में कहा कि, “ आये दिन डाटा ब्रीच, साइबरबुली और अन्य तरह के अटैक्स इन्टरनेट पर आम बात हैं, यह जरूरी है कि हम सभी को बच्चों को इसकी जानकारी देनी चाहिए। जिससे आने वाले खतरों से वो निपट सकें। रुबेन जल्द ही एक साइबर सुरक्षा गेम को बनाने वाले हैं, जिसका नाम “क्रैक मी इफ यू कैन” होगा।
रुबेन पॉल की अपनी एक वेबसाइट भी है: cybershaolin.org
बचपन से है शौक:
रुबेन के पिता ने जानकारी दी कि, रुबेन शुरू से ही इन सब चीजों में दिलचस्पी दिखाता था, जब वह पांच साल का था तो वह शब्दों को फायरवाल की तरह इस्तेमाल करता था। गौरतलब है कि, रुबेन के पिता स्वयं भी साइबर सुरक्षा क्षेत्र में ही हैं, वो SecuRisksolutions में सीईओ के पद पर हैं।