ब्राज़ील के शहर रियो में खेलों के महाकुंभ ओलिंपिक का बिगुल फूंका जा चुका है। भारतीय समयानुसार, शनिवार की सुबह 4 बजे रियो के माराकाना स्टेडियम में रंगारंग आगाज़ के साथ ओलिंपिक खेलों की शुरुआत हुई। मार्च पास्ट में ग्रीस ने सबसे पहले एंट्री की। समारोह में ब्राज़ील के 6 हज़ार से भी ज्यादा स्थानीय कलाकारों ने म्यूज़िक, थ्रीडी इमेजिंग और लेजर तकनीक का उपयोग कर कार्यक्रम प्रस्तुत किया। रियो ओलिंपिक में भारत सहित 209 देशों के 11,000 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
2008 के ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने भारतीय दल के अगुवाई करते हुए स्टेडियम में प्रवेश किया। वह भारत के ध्वजवाहक थे।
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- भारत के 70 खिलाड़ियों और 24 अधिकारियों ने मार्च पास्ट में हिस्सा लिया। हॉकी और तीरंदाज टीमों ने उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया।
- पुरूष खिलाड़ियों ने गहरे नीले रंग का ब्लेजर, पैंट तथा महिला खिलाड़ियों ने पारपंरिक साड़ी और ब्लेजर पहन रखा था।
- अपने रिकॉर्ड सातवें ओलिंपिक खेलों में भाग ले रहे टेनिस स्टार लिएंडर पेस भी महिला खिलाड़ियों शटलर ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा तथा जिम्नास्ट दीपा करमाकर संग समारोह में शामिल हुए।
- दिग्गज फुटबाल खिलाड़ी `पेले` तबियत ठीक न होने के कारण यह ज़िम्मेदारी ब्राजील के मैराथन धावक वंदेरले डी लीमा को दी गयी, जिन्होंने मशाल प्रज्जवलित कर खेलों का श्री गणेश किया।
समारोह में रियो के मशहूर ‘सांबा’ नृत्य का भव्य प्रदर्शन कर इसी के द्वारा दुनिया के लिए संकट बन रहे ग्लोबल वार्मिंग को लेकर संदेश दिया गया।
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पूरे उदघाटन समारोह में जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों की लगातार होती कमी को अपना मुख्य विषय बनाया गया।
ब्राजील के कार्यवाहक राष्ट्रपति माइकल टेमर ने ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक की उपस्थिति में पहली बार दक्षिण अमेरिका में हो रहे खेलों की शुरुआत की घोषणा की।
रियो शहर का पूरा मरकाना स्टेडियम आतिशबाजी से नहा रहा था और एक त्यौहार जैसा माहौल पूरे शहर में था।
शनिवार को भारतीय खिलाड़ी निशानेबाजी, टेबल टेनिस, वेटलिफ्टिंग, रोइंग और हॉकी के मुकाबलों में पदकों के लिए खेलेंगे। इसी के द्वारा 12 पदकों का फैसला भी हो जाएगा।