बुन्देलखण्ड का दशरथ मांझी ‘कृष्णा कोल’
एक ऐसा नाम जो इंसानी जज़्बे और जुनून की मिसाल है. वो दीवानगी, जो प्रेम की खातिर ज़िद में बदली…
पुण्यतिथि विशेष: इस शख्स के जुुनूून के सामने पर्वत ने भी सर झुका दिया!
बिहार के गया के करीब एक छोटे से गांव गहलौर के रहने वाले दशरत मांझी ने 22 साल तक दिनरात मेहनत…