व्यंग: अटल पर इरादे ?
नाम में तब्दीली । पुन: प्रयागराज ।। कुंभ है नज़दीक । चुनावी आग़ाज़ ।। हमारा है सवाल । पूरे हुए…
व्यंग: करो पुलिस सुधार !
करो पुलिस सुधार । सबका पड़ता पाला ।। वर्तमान ज़रूरत । प्रस्तुति निराला ।। असाध्य बना मर्ज़ । दिशाहीन प्रशिक्षण…
पनपाओ भाईचारा !
पनपाओ भाई-चारा । ना तुम भड़काओ ।। सड़ी-गली मानसिकता । घर रख कर आओ ।। माफ़ ना करेगा । तुमको…
व्यंग: ना छोड़ो ईरान !
सजग रहना भारत । ना छोड़ो ईरान ।। अमरीका का चक्कर । घटा देगा शान ।। रहे ख़रीदी जारी ।…
कविता: ना करना अतिक्रमण !
ना हमें आपत्ति । ले आओ आरक्षण ।। राजधर्म निभाना । ना करना अतिक्रमण ।। करो समाज सुधार । इतना…