विशेष: उस दिन या तो पत्थरबाज जीप पर बंधा होता, या मेजर गोगोई का ‘जमीर’
जरा AC और टीवी कुछ देर के लिए बंद कर दीजिये, मोबाइल का डाटा ऑफ कर दीजिये, आँखें बंद हों…
विशेष: उस दिन या तो पत्थरबाज जीप पर बंधा होता, या मेजर गोगोई का ‘जमीर’
जरा AC और टीवी कुछ देर के लिए बंद कर दीजिये, मोबाइल का डाटा ऑफ कर दीजिये, आँखें बंद हों…