व्यंग: नैतिकता लाचार!
टूट रहे विधायक । जुट रही सरकार ।। जनसेवा हावी । नैतिकता लाचार ।। राजनीतिक अखाड़ा । पटखनी पर ज़ोर…
व्यंग: अटल पर इरादे ?
नाम में तब्दीली । पुन: प्रयागराज ।। कुंभ है नज़दीक । चुनावी आग़ाज़ ।। हमारा है सवाल । पूरे हुए…
पनपाओ भाईचारा !
पनपाओ भाई-चारा । ना तुम भड़काओ ।। सड़ी-गली मानसिकता । घर रख कर आओ ।। माफ़ ना करेगा । तुमको…
व्यंग: ना छोड़ो ईरान !
सजग रहना भारत । ना छोड़ो ईरान ।। अमरीका का चक्कर । घटा देगा शान ।। रहे ख़रीदी जारी ।…
व्यंग: समाजवाद विखराव!
हुए दो फाड़ । वर्चस्व की जंग ।। होना ये अलग । लाएगा उमंग ? फट गया पोस्टर । नेताजी…
व्यंग: कौन है विभीषण ?
चढ़ा सियासी पारा । बुआ और अजित ।। शांतचित बबुआ । असमंजस घटित ।। गठबंधन पर ग्रहण । टिकी हैं…
व्यंग: चुनाव की ये बेला..
चुनाव की ये बेला । दोषारोपण जारी ।। उछालना कीचड़ । प्राथमिकता हमारी ।। भटक रहे मुद्दे । वादों की…