व्यंग: लूँगा अब नाम ! Krishnendra Rai, 6 years ago 0 1 min read सियासी मजबूरी । लूँगा अब नाम ।। खिसका जनाधार । बोलो जयश्रीराम ।। बदली है रंगत । कायापलट जारी ।।…