समाजवादी पार्टी के दिग्गज मुस्लिम नेता के रूप में आजम खान की पहचान है. आजम खान मुस्लिम समाज का प्रतिनिधित्व करने का दावा करते रहे हैं. समाजवादी पार्टी भी इनको मुस्लिम समाज के नुमाइंदे के रूप में पेश करती है. यूपी चुनाव में अबकी बार आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. स्वार सीट से अब्दुल्ला आजम खान ने नामांकन किया.
स्वार टांडा से चुनाव लड़ रहे हैं अब्दुल्ला:
आजम खान ने अपने बेटे को इस सीट से कड़ी टक्कर मिल रही है. स्वार टांडा विधानसभा से बसपा के नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां चुनाव मैदान में हैं. नावेद लगातार स्वार टांडा से चार बार विधायक रह चुके हैं और ऐसे में आजम खान को भी अपने बेटे के लिए इस सीट से कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। आजम खान स्वार टांडा में नवाब घराने की राजनीति को टक्कर देना चाहते हैं लेकिन मुकाबला आसान नहीं दिखाई दे रहा है. स्वार टांडा के चुनावी मैदान में भाजपा से लक्ष्मी सैनी भी मैदान में हैं.
नामांकन के बाद ही अब्दुल्ला आये विवादों में:
अब्दुल्ला के नामांकन के बाद ही बीजेपी ने चुनाव आयोग से उनकी उम्र को लेकर शिकायत कर दी थी. अब्दुल्ला ने स्वार विधानसभा से सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया. बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए न्यूनतम उम्र 25 साल है जो अब्दुल्ला पूरी नहीं करते हैं, इसलिए इनका नामांकन रद्द किया जाए. लेकिन चुनाव आयोग ने बीजेपी की इस शिकायत को खारिज कर दिया था.