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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में इस बार की लड़ाई बीते कई दशकों से कहीं रोचक और मजेदार है। ऐसे में कई सीटें ऐसी भी हैं जहाँ लड़ाई हार और जीत की नहीं बल्कि ‘वर्चस्व’ की है। चाहे शिवपाल यादव की जसवंतनगर सीट हो या बाहुबली अखिलेश सिंह की रायबरेली की सदर सीट हो। अखिलेश निर्दलीय, कांग्रेस और पीस पार्टी तीनों से ही चुनाव जीतते आये हैं, जीत का अंतर कम भले हुआ है पर अभी भी बड़ा ही है।
पिता की तबियत बिगड़ने की वजह से उनकी विरासत संभालने इस बार अखिलेश की बेटी अदिति सिंह इसी सीट से मैदान में हैं। दिल्ली से स्कूली शिक्षा प्राप्त कर अमेरिका से मैनेजमेंट की डिग्री लेकर आई अदिति अब राजनीतिक पारी शुरू करने के लिए तैयार हैं।
अगले पेज पर देखिये गठबंधन पर क्या बोली अदिति
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27 साल यूपी बेहाल नारे पर दिखी असहज
- जब अदिति से पूछा गया कि कांग्रेस ने अपना ’27 साल यूपी बेहाल’ वाला नारा क्यूँ वापिस नहीं ले रही है तो वह असहज जरूर दिखी
- उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं ने यह फैसला लिया है
- उन्होंने आगे कहा कि आगे बढ़ना चाहिए, पीछे मुडकर नहीं देखना चाहिए
- पिता को बाहुबली कहने पर भी उन्होंने खेद जताया, कहा पब्लिक का काम है कहना
- ये सवाल उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर एक लाइव शो के दौरान लिए
- अदिति का दावा है कि वो बड़े अंतर से इस क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले हैं
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