सपा प्रमुख ने परिवार में जारी कलह को सुलझाने के लिए फार्मूला निकाल ही लिया है। इस फार्मूले के तहत शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। उनके पुराने विभाग भी उन्हें वापस दिये जा चुकें हैं। मुलायम सिंह ने बेटे अखिलेश और भाई शिवपाल के बीच सियासी बंटवारा कर दिया है।
- सपा प्रमुख ने अखिलेश के समर्थकों को खुश करने के लिए सीएम अखिलेश यादव को पार्लियामेंट्री बोर्ड का चेयरमैन बना दिया है।
- अब अखिलेश यादव अब टिकट तय करने वाली कमेटी के चेयरमैन बनेंगे।
- अखिलेश यादव को राज्य संसदीय बोर्ड के चेयरमैन भी बना दिया गया है।
- बता दें कि संसदीय बोर्ड की प्रत्याशी तय करने में भूमिका होती है।
- सपा मुखिया टिकट वितरण में अखिलेश और शिवपाल की मुख्य भूमिका रहने की व्यवस्था कर सकते हैं।
- इससे पहले अखिलेश कह चुके हैं कि चुनाव उनके चेहरे पर लड़ा जाएगा।
- इसलिए टिकट तय करने में उनकी अहम भूमिका होनी चाहिए।
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अखिलेश के समर्थन में हुआ जोरदार प्रदर्शनः
- इससे पहले शनिवार दिन भर अखिलेश-शिवपाल के समर्थक आमने-सामने दिखाई दियें।
- अखिलेश यादव के समर्थक लखनऊ में प्रदर्शन के लिए उतरे और प्रदेश अध्यक्ष पद पर अखिलेश की वापसी की मांग कर दी।
- समर्थन में सभी फ्रन्टल संगठनों के अध्यक्षों ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
- हालांकि, अखिलेश यादव ने उनसे बात की और तब जाकर मामला सुलझता हुआ दिखा।
- इस बीच, अखिलेश यादव ने यूपी कैबिनेट में 13 मंत्रालय शिवपाल यादव को सौंप दिए।
- हालांकि, PWD मंत्रालय अपने पास रख लिया है जबकि चिकित्सा और आयुष मंत्रालय चाचा शिवपाल यादव को दिया।
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