उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में अब लगभग एक महीने का समय बचा हुआ है, ऐसे में सभी राजनैतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर हर दल की अपनी-अपनी रणनीति रही है। भारतीय जनता पार्टी को इस बार के चुनाव से काफी उम्मीदें हैं, केंद्र में सरकार के बाद भाजपा का अगला मिशन यूपी ही है। भाजपा के अब तक के प्रयासों पर एक नजर:
परिवर्तन यात्रा:
- उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने ‘परिवर्तन यात्रा’ की योजना बनायी।
- जिसके तहत प्रदेश के हर जिले में परिवर्तन यात्रा को पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया।
- ज्ञात हो कि, भाजपा ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत परिवर्तन यात्रा से ही की।
- जनता के सामने यात्रा में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को प्राथमिकता से बताया गया।
- इसके अलावा परिवर्तन यात्रा के हर कार्यक्रम में केंद्र का कोई न कोई मंत्री मौजूद रहा।
- इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी परिवर्तन यात्रा के तहत करीब आधा दर्जन रैलियों को संबोधित किया।
मौजूदा सरकार समेत विरोधियों पर हमला:
- भाजपा आगामी चुनाव के तहत मौजूदा सरकार को भी घेरने का प्रयास करती रही है।
- जिसके लिए भाजपा प्रदेश में कानून-व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा, बेरोजोगारी आदि मुद्दों को उठा रही है।
- इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के अन्दर मचा घमासान रही-सही कसर पूरी कर दे रहा है।
- भाजपा अपने अन्य विरोधियों बसपा और कांग्रेस पर भी आरोप-प्रत्यारोपों का दौर बनाये हुए है।
नोटबंदी, अच्छे दिन भाजपा की मुसीबत:
- केंद्र की योजनाओं के सहारे उत्तर प्रदेश के सिंहासन की विजय का ख्वाब देखने वाली भाजपा की मुश्किलें भी कम नहीं हैं।
- केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद से देश और सूबे में जो हालात बने विरोधी दल आगामी चुनाव में उन्हें भुनाने की कोशिश लगातार जारी रखे हुए हैं।
- यकीनन नोटबंदी एक साहसिक फैसला है, लेकिन पीएम मोदी से इस फैसले में कुछ भारी गलतियाँ भी हुई हैं।
- इसके अलावा 2014 में ‘अच्छे दिनों’ का नारा भी भाजपा के गले की हड्डी बना हुआ है।
- अन्य दलों ने भाजपा के जुमलों में से सबसे ज्यादा ‘अच्छे दिनों’ को निशाना बनाया है।
- विरोधी दल किसी भी रैली, कार्यक्रम आदि में भाजपा पर अच्छे दिनों का तंज कसना नहीं भूलते हैं।
- भाजपा अपने ही योजनाओं को लेकर फंसती नजर आ रही है, ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि,
- प्रदेश की जनता अच्छे दिन चुनती है या अपने बुरे दिनों के साथ जाएगी।