पूर्वांचल के बाद अब भाजपा की निगाहें पश्चिम यूपी पर हैं। यही वजह है कि पूर्वांचल में कुशीनगर के बाद अब पीएम मोदी पश्चिम यूपी के वोटरों को साधने के लिए मुरादाबाद में रैली करने जा रहे हैं। माना जा रहा है सर्जिकल स्ट्राइक के बने माहौल में मोदी मुरादाबाद रैली में नोटबंदी और तीन तलाक के मुद्दे पर मुखर हो सकते हैं। इस साथ ही मोदी रैली में जाट और मुसलमान समुदाय को साधने का प्रयास भी करेंगे।
- पश्चिमी यूपी में मुस्लिम मतदाता अच्छी तादाद में हैं।
- ऐसे में भाजपा मोदी की रैली से सपा-बसपा के मजबूत गढ़ में सेंध लगाना चाहती है।
- जानकारों का मानना है कि भाजपा इस बार चुनाव में बसपा और सपा के गढ़ पर कब्जा करना चाहती है।
- पिछले लोकसभा में जिस तरह से भाजपा ने बसपा और रालोद का सफाया किया था।
- उसके बाद बीजेपी को उम्मीद है कि अब वह पश्चिम यूपी में अपनी जड़ें मजबूत कर सकती है।
- इसी उम्मदी ने बीजेपी ने मोदी की रैली के लिए मुरादाबाद को चुना है।
- मुरादाबाद रैली से पश्चिमी यूपी के साथ ही हरदोई और बरेली जैसे क्षेत्रों पर भी नजर रहेगी।
2014 की जीत दोहराना चाहती है भाजपाः
- 2014 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम यूपी के जाट वोटरों का रालोद से मोहभंग हो गया था।
- लोकसभा चुनाव में ये जाट वोटर बीजेपी के पाले में खड़े थे।
- पश्चिमी यूपी में कमजोर रहने वाली बीजेपी ने यहां अच्छी खासी बढ़त बनाई थी।
- मालूम हो कि पश्चिमी यूपी में 27 जिले हैं, जिनमें करीब 70 प्रतिशत हिन्दु आबादी बसती है।
- इस आबादी में ज्यादातर संख्या जाट और गुजर समुदाय के लोगों की है।
- ऐसे में बीजेपी एक बार फिर लोकसभा वाला कारनामा दोहराने की उम्मीद कर रही है।
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