लम्बे अरसे से सूबे की सत्ता से दूर चल रही भाजपा आगामी यूपी चुनावों में हर पैंतरा आजमाने का तैयार है। असम विधानसभा चुनाव में जीत व प. बंगाल, केरल, तमिलनाडु में पहले से अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित भाजपा अब अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी दमखम से उतरने के मूड में है। केंद्र सरकार के चुनाव से पहले किए वादे और दलित मामलों पर घिरी भाजपा मिशन-2017 के लिए अपने तरकश में नए-नए तीर ढूंढ़ने की कोशिश कर रही है।
1. तिरंगा यात्राः
भाजपा नेताओं ने प्रदेश के कोने-कोने में केंद्र सरकार की 70 उपलब्धियां बताने के लिए 16 से 23 अगस्त तक तिरंगा यात्रा निकाली। शहीदों को नमन कर बीजेपी ने जनता सेयूपी की सत्ता मांगी।
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2. शहीद सम्मानः
- भाजपा यूपी चुनाव में जाने से पहले राष्ट्रवाद की अलख जगाना चाहती है।
- राष्ट्रवाद की भावना जगाने के लिए बीजेपी ने नौ अगस्त से बूथ स्तर पर मशाल जुलूस की शुरुआत की है।
- प्रदेश के विभिन्न जिलों में शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट करने और आयोजन करने की रणनीति बनी है।
- जिसके लिए बीजेपी के 13 बड़े मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है।
3. बूथ सम्मेलनः
- ध्यान दें तो यह पहला चुनाव है जब भाजपा की सीधी नजर बूथ पर जमीं हुई है।
- अभी तक भाजपा मंडल तक ही सीमित रहती थी। इस बार पार्टी रणनीतिकारों ने बूथ को मजबूत करने का मन बनाया है।
- इसके लिए हर बूथ पर 10 युवाओं को सक्रिय करने का प्लान बनाया जा रहा है।
- इसके अलावा सितंबर के अंत तक विधानसभावार बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
- भाजपा के करीब 25 वरिष्ठ पदाधिकारियों का एक दल संबंधित विधानसभाओं का दौरा कर इन बूथ सम्मेलनों की अध्यक्षता करेगा।
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4. पिछड़ा सम्मेलनः
- प्रदेश के हर जिले में कम से कम तीन पिछड़ा वर्ग सम्मेलन आयोजित किये जाने का प्लान बनाया गया है।
- इन सम्मेलनों में आमुक वर्ग पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों विपक्ष के शासन में हुई उपेक्षा का जिक्र कर कमल खिलाने की कोशिश करेंगे।
5. परिवर्तन यात्राः
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बीजेपी की नीतियों का प्रचार करने के लिए सितंबर से परिवर्तन यात्राओं की शुरुआत होगी। करीब 3 महीने तक होने वाली इन यात्राओं में पार्टी के राष्ट्रीय स्तर तक के नेता शामिल होंगे।
6. महिला-युवाओं को साथ लाने की होगी कोशिशः
- पिछले दिनों साफ हो गया है कि बीजेपी युवाओं को खास तौर से अपने पक्ष में करने की कोशिश करेगी।
- इसके साथ ही बीजेपी की कोशिश प्रदेश में होने वाले अपराधों का हवाला देते हुए खुद को महिला सम्मान का रक्षक बताने की होगी।
- नए मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में शामिल कराने के लिए नवमतदाता जागरण अभियान भी चलाया जाएगा।