अपने विकास कार्यों का हवाला देकर दोबारा सत्ता में वापसी का दावा करने वाले सीएम अखिलेश यादव का भी विश्वास अब डगमगाता हुआ दिखाई दे रहा है। साम्प्रदायिक शक्तियों को उखाड़ फेंकने के नाम पर सपा अब महागठबंधन को समय की मांग बता रही है। महागठबंध को अंतिम रूप देने के लिए सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज दिल्ली स्थित अपने आवास पर पहले रालोद मुखिया अजीत सिंह से मुलाकात की। उसके बाद जदयू नेता और सांसद शरद यादव भी मुलायम से मिलने उनके आवास पर पहुंचे।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज ताज होटल में एक कार्यक्रम के दौरान महागठबंधन को समय की मांग बताया।
- बता दें कि होटल ताज में ‘द यूपी ब्रांड अवार्ड’ का आयोजन किया गया।
- बतौर अतिथी सीएम अखिलेश यादव ‘द यूपी ब्रांड अवार्ड’ के कार्यक्रम में शामिल हुए थें।
- यहां अखिलेश ने कहा कि सपा अकेले दम चुनाव में जीत सकती है।
- लेकिन अगर चुनाव से पहले महागठबंधन होता है तो हम 300 से अधिक सीटें जीतेंगे।
सबकी अपनी-अपनी जरूरतेंः
- जानकारों की माने तो महागठबंधन इस समय मजबूरी है।
- समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और अजित सिंह सबकी अपनी-अपनी जरूरतें हैं।
- सभी गठबंधन के सहारे सत्ता की राह तलाश रहें हैं।
- खुद समाजवादी पार्टी भी इस हालत में नहीं है कि वह अपने बलबूते सरकार बना सके।
- क्योंकि मायावती ने 135 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा है।
- तो अब समाजवादी पार्टी की पूरी कवायद मुस्लिम वोटों को अपने पाले में बनाये रखने की है।