उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनैतिक दल अपनी रणनीतियों के साथ अपनी-अपनी कमर कस चुके हैं, प्रदेश की जनता को लुभाने के लिए पार्टियाँ तरह-तरह के प्रयत्न कर रही हैं।
कांग्रेस ने खेला ‘चुनावी दांव’:
- यूपी के चुनाव होने में अब कुछ ही समय बचा हुआ है।
- ऐसे में सभी पार्टियाँ जनता को लुभाने के लिए उनसे तरह-तरह के वादे कर रही हैं।
- इसी क्रम में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भी अपना चुनावी दांव खेल दिया है।
- कांग्रेस इस दांव से प्रदेश के सवर्णों के वोटबैंक को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है।
कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे को घोषणा पत्र में करेगी शामिल:
- यूपी चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने के लिए कांग्रेस ने अपना दांव खेल दिया है।
- कांग्रेस प्रदेश के सवर्णों को रिझाने के लिए इस चुनाव में सवर्णों को आरक्षण देने की बात कह रही थी।
- जिस क्रम में पार्टी ने सवर्णों के आरक्षण के मुद्दे को अपने घोषणा पत्र में शामिल करने की बात कही है।
कांग्रेस शुरू से सवर्णों को रिझाने की ओर अग्रसर:
- यूपी 2017 के चुनाव के तहत कांग्रेस शुरू से ही सवर्ण कार्ड पर खेल रही है।
- जिसकी शुरुआत कांग्रेस ने शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करके कर दी थी।
- वहीँ कांग्रेस यूपी में पिछले 27 सालों से सत्ता से बाहर है और उसकी एकमात्र उम्मीद प्रशांत किशोर और उनकी रणनीतियां हैं।
- इसी रणनीति के तहत कांग्रेस सवर्णों की आवभगत में लगी हुई है।
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