उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण और किसानों पर दांव खेल रही कांग्रेस अब बसपा के दलित वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस के इस कदम को भाजपा के दलित प्रेम के जवाब के तौर पर भी देखा जा रहा है। सूब में कांग्रेस ने शीली दीक्षित को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करके ब्राह्मणों को अपने पाले में करने की कोशिश की। लेकिन उसकी इस कोशिश को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने करारा झटका दिया।
- इसके साथ ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की यूपी में महीने पर चली किसान यात्रा के जरिये कांग्रेस ने किसानों को जोड़ने की कोशिश की।
- लेकिन रणनीतिकारों का मानना है कि कांग्रेस का यह प्रयास पूरी तरह से परवान नहीं चढ़ सका।
- इसलिए कांग्रेस ने अब खाट सभा के बाद दलित यात्रा निकालने की तैयारी की है।
- कांग्रेस अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजू ने बताया कि आगामी 11 नवंबर से यूपी में दलित यात्रा शुरू होगी।
- कांग्रेस की यह दलित यात्रा के यूपी के सभी जिलों को कवर करेगी।
- इसके साथ ही चुनाव करीब आने तक 45 से 60 दिनों तक यात्रा चलेगी।
- दलित यात्रा संचालित करने के लिए 4 टीमों का गठन किया जाएगा।
- यात्रा का उद्देश्य यूपी के सवा करोड़ दलितों तक पैठ बनाना रहेगा।
- दलित कांग्रेस यात्रा के संबंध में पदाधिकारियों से सुझाव मांगे गए हैं।
- बताया जा रह है कि दलित कांग्रेस यात्रा में 70 वरिष्ठ नेता इस यात्रा का पर्यवेक्षण करेंगे।
दलितों के घर पर लगाये कांग्रेस के झण्डेः
- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा कि बाबा साहब ने जो शिक्षित बनने, संघर्ष करने और संगठिक होने की बात कही थी।
- आज के समय में इसकी सख्त आवश्यकता है।
- देश का दलित मजबूत नहीं होगा तो देश गर्त में चला जायेगा।
- वहीं कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने दलितों को कांग्रेस की विचारधारी से अवगत कराने के लिए कहा।
- उन्होंने कहा कि दलितों के घर पर जाकर कांग्रेस का झंडा लगाएं और उन्हें कांग्रेस से जोड़ें।
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