समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह के साथ ही यूपी में महागठबंधन की कोशिशें तेज हो गयी हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से ऐन पहले हुई गलती को सुधारते हुए सपा उत्तर प्रदेश में नई सियासी इबारत लिखने को बेताब नजर आ रही है। इसके लिए यूपी की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी द्वारा रजत जयंती के बहाने ‘मेगा पॉलिटिकल शो’ का आयोजन किया गया। रजत जयंती में सभी ने एक सुर में महागठबंधन के स्वरूप को स्वीकार किया। अजीत सिंह, लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार फिर एक बार मुलायम के साथ आ सकते हैं।
- इस बीच समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को साधने की अपनी कोशिशें तेज कर दी है।
- सूत्रों के हवाले से खबर है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस रणनीतिकार प्रशान्त किशोर के साथ लम्बी बैठक की।
- मुलायम और पीके के बीच यह मुलाकात 4 नवंबर को सपा प्रमुख के आवास पर हुई थी।
- इस दौरान सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी बैठक में मौजूद थे।
- बताया जा रहा है कि पीके और मुलायम के बीच दो चरणों में करीब 6 घंटे तक लम्बी वार्ता चली।
- इस बैठक में यूपी के संभावित महागठबंधन के विषय में विस्तृत चर्चा की गयी।
कांग्रेस को मनाने में जुटी सपाः
- माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस से गठबंधन को लेकर इच्छुक है।
- सपा यहा बात अच्छी तरह से जानती है कि सभी सेक्यूलर दलों को एक छत के नीचे ला कर मुस्लिम वोटों के बंटवारे को रोका जा सकता है।
- इसके साथ ही सपा सूबे के 18 प्रतिशत वोटरों के सहारे दोबारा सत्ता में वापसी की रहा देख रही है।
- सूत्रों के अनुसार, मुलायम और पीके के बीच पहले दौर की बातचीत सकारात्मक रहीं।
- जल्द ही महागठबंधन पर अगले चरण की बैठक हो सकती है।
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