बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 70वें स्वतंत्रता दिवस पर किये गए संबोधन पर हमला किया है।
भाषण से नहीं बदलेगी देश की तस्वीर:
- बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लाल किले से पूरे देश के लिए किये गए संबोधन पर हमला किया।
- उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री के भाषण से देश की तस्वीर नहीं बदलेगी।
- मायावती ने आगे कहा कि, लाल किले से पीएम द्वारा दिया गया भाषण नीरस था।
- इतना ही नहीं उन्होंने उसे सरकारी प्रेस नोट भी बताया।
- कश्मीर मुद्दे पर उन्होंने केंद्र सरकार और पीएम को घेरते हुए कहा कि, कश्मीर में पीएम की नीतियां विफल हो गयी हैं।
- पीएम द्वारा भाषण में बलूचिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर पर दिए गए बयान पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि, यह बयान सिर्फ भाषणबाजी है।
पीएम के संबोधन के कुछ अंश:
- भारत एक चिर पुरातन राष्ट्र है।
- वेद से विवेकानंद तक, सुदर्शनधारी मोहन से लेकर चरखाधारी मोहन तक, महाभारत के भीम से लेकर भीमराव तक हमारी एक लंबी विरासत है।
- एक श्रेष्ठ भारत का सपना पूरा करेंगे.
- सशक्त क्रांतिकारियों का बलिदान है आजादी, स्वराज को सुराज में बदलना है.
- जिम्मेदारी से निभाने से सुराज का सपना पूरा होगा.
- समस्या हैं तो सामर्थ्य भी है। भारत के पास लाखों समस्या हैं तो सवा सौ करोड़ मस्तिष्क भी हैं समाधान के लिए।
- एक समय था जब सरकारें आरोपों से घिरी रहती थीं, लेकि आज अपेक्षाओं से घिरी रहती है।
- सरकार के काम का ब्योरा दूंगा तो एक हफ्ते तक लाल किले के प्राचीर से बोलता रहूंगा।
- सुराज का मतलब लोगों के जीवन में बदलाव लाना है।
- सिर्फ नीति नहीं नीयत की भी बात करूंगा।
- शासन संवेदनशील होना चाहिए।
- गरीबी लड़ना सरकार का लक्ष्य है।
- सबको साथ मिलकर सहयोग की भावना से आगे बढ़ना होगा।
- अपने से लड़कर हम तबाह तो हो चुके हैं।
- सभी पड़ोसियों को गरीबी से लड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं।
- ये देश आतंकवाद के सामने कभी नहीं झुकेगा।
- काम का दायरा जितना बढ़ेगा, रोजगार की संभावना उतनी बढ़ेंगी।
- युवाओं जो रोजगार मिले , हमारा पहला लक्ष्य है।
- सशक्त हिंदुस्तान, सशक्त समाज के बिना नहीं बन सकता।