उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव होने में अब एक महीने से भी कम समय बचा हुआ है। जिसके तहत सभी राजनैतिक दलों ने लगभग अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वहीँ सूबे की समाजवादी पार्टी अपनी आंतरिक कलह के चलते विधानसभा चुनाव की दौड़ में फिलहाल सबसे पीछे नजर आ रही है। इतना ही नहीं पार्टी के विधायकों और नेताओं को भी परिवार की इस लड़ाई में पार्टी का जहाज डूबता नजर आ रहा है।
राजा भैया भी थाम सकते हैं भाजपा का हाथ:
- यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सपा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके अशोक प्रधान भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
- इसके अलावा सपा विधायक राजा अरिदमन सिंह भी भाजपा का हिस्सा बन चुके हैं।
- सूत्रों के हवाले से खबर है कि, निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
- गौरतलब है कि, राजा भैया मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी को अपना समर्थन देते हैं।
- सूत्रों के मुताबिक, सपा के करीब कई दर्जन विधायक भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष के संपर्क में हैं विधायक:
- सूत्रों के मुताबिक, सपा के दर्जनों विधायक सपा की कलह से तंग आकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
- जिसके तहत सभी विधायक भाजपा यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के संपर्क में लगातार बने हुए हैं।
- ऐसा भी कहा जा रहा है कि, सभी विधायक और राजा भैया भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी मुलाकात कर चुके हैं।
- अमित शाह प्रधानमंत्री मोदी की अनुमति मिलते ही जल्द से जल्द इन विधायकों को भाजपा में शामिल कर सकते हैं।
अपने ही झगड़े का शिकार हो रही है सपा:
- समाजवादी पार्टी में मची आंतरिक कलह ने अब पार्टी को ही नुक्सान पहुँचाना शुरू कर दिया है।
- एक ओर जहाँ पार्टी में हर विषय के लिए दो धड़ बन गए हैं।
- वहीँ इस विवाद के चलते सपा का चुनाव चिन्ह भी जब्त होने का खतरा बढ़ गया है।
- ऐसे में सपा के विश्वसनीय सिपाहसलारों ने अपने भविष्य के लिए अन्य दलों का दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया है।
- वहीँ विधानसभा चुनाव भी सिर पर है, ऐसे में इस चुनाव में सपा का क्या होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा।