समाजवादी पार्टी में घमासान बाद अब उहापोह की स्थिति है। पार्टी कार्यकर्ताओं में संशय अब भी बरकरार है। पार्टी कार्यकर्ताओं के मन में एक बड़ा सवाल यह भी है कि समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव रामगोपाल यादव अब पार्टी का हिस्सा हैं या नहीं। फिलहाल सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का चाचा रामगोपाल से लगाव किसी से छुपा नहीं है और मुलायम उन्हें पार्टी से बाहर करने का फरमान जारी कर चुके है।
- इससे पहले रामगोपाल ने इटावा में प्रेस कॉन्फ्रेस करके खुद को निर्दोष बताया था।
- इस प्रेस कॉन्फ्रेस के बीच में ही रामगोपाल भावुक भी हो गये थे।
- संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो चुका है।
- राज्यसभा में आज की कार्यवाही के दौरान रामगोपाल ने सपा की ओर से बयान जारी किया।
- मालूम हो रामगोपाल यादव राज्यसभा में सपा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- लेकिन पिछले दिनों पार्टी और पद से बर्खास्त किये जाने के बाद माना जा रहा कि कोई नया चेहरा सदन में सपा का पक्ष रखेगा।
- बरहाल सपा ने अभी तक किसी नए सांसद को यह जिम्मेदारी नहीं दी है।
- राज्यसभा में रामगोपाल के बयान देने को लेकर हलचल तेज हो गयी है।
- रामगोपाल के समर्थकों और विरोधियों के बीच अब इस बात को लेकर बहस तेज हो गयी है।
मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सपा ने रचा ड्रामाः
- राज्यसभा में रामगोपाल के बयान के बाद कई सवाल उठ रहे हैं।
- कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा है कि क्या पार्टी ने राज्यसभा के सभापति को निष्कासन की जानकारी नहीं भेजी?
- यदि सभापति को निष्कासन की चिट्ठी भेजी गयी होती तो वह कैसे बोल सकते थे?
- वहीं, रामगोपाल यादव के मामले में बीजेपी ने पलटवार किया है।
- भाजपा ने राज्यसभा में रामगोपाल द्वारा सपा का पक्ष रखें जाने पर सवाल उठाये हैं।
- भाजपा का कहना है कि जब रामगोपाल पार्टी में ही नहीं है, तो वह पार्टी का पक्ष कैसे रख सकते हैं?
- समाजवादी परिवार की राजनैतिक ड्रामेबाजी अब भी जारी है।
- मुलायम परिवार प्रदेश की जनता के साथ नूराकुश्ती का खेल कर रहा है।
- बीजेपी का आरोप है कि सपा ने मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह ड्रामा रचा है।
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