मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आलीशान विकास रथ मरम्मत के बाद एक बार यात्रा पर निकलने के लिए तैयार खड़ा है। दूसरे चरण में मुख्यमंत्री बुंदेलखंड में रथ चला सकते हैं, जो 14 नवंबर से संभावित है। हालांकि सीएम अखिलेश के इस विकास रथ ने 3 नवंबर को काफी फजीहत करायी थी। 3 नवबंर को लखनऊ से उन्नाव तक की यात्रा के दौरान सीएम का यह रथ कार्यक्रम स्थल से मात्र 500 मीटर की दूरी पर जाकर खड़ा हो गया। मर्सिडीज रथ को आगे बढ़ाने की तमाम कोशिशें विफल हो गई और सीएम को अपनी सरकारी गाड़ी से आगे की यात्रा तय करनी पड़ी।
- समाजवादी पार्टी के नाम पर पंजीकृत इस रथ से सीएम को विकास से विजय की ओर रथयात्रा निकालनी थी।
- लेकिन थोड़ी ही दूर जाकर रथ के पहिये जाम हो गये, हाइड्रोलिक लिफ्ट से धुंआ उठने लगा था।
- इसके बाद सीएम ने रथ यात्रा का पहला चरण रोड शो के रूप में पूरा किया।
- रथ के पहिये इस कदर जाम हुए कि कई भारी भरकर क्रेने मिलकर भी उसे हिला नहीं सकी।
- उसी रात दिल्ली और बेंगलुरू से पहंचे इंजीनियर काफी मश्क्त के बाद रथ को सीएम आवास पर ले गए।
यात्रा पर जाने के लिए तैयार रथः
- चार दिनों की मरम्मत के बाद इंजीनियरों ने हजरतगंज तक मर्सिडीज रथ का ट्रायल किया।
- परीक्षण के बाद कल शाम करीब साढ़े पांच बजे रथ को 5 केडी से हजरतगंज तक ले जाया गया।
- इस दौरान मर्सिडीज रथ के इंजीनियरों की टीम के साथ सुरक्षाकर्मियों ने कई बार हाइड्रोलिक लिफ्ट को खोला।
- रथ को उसी धीमी रफ्तार से चलाया गया जिस रफ्तार से भीड़ के दौरान सीएम की रथ यात्रा को चलाया जाएगा।
- इंजीनियरों ने पूर्वाभ्यास में कई बार हाईड्रोलिक लिफ्ट खोली-बंद की। उससे छत पर गए और वापस नीचे आए।
- इंजीनियरों का कहना है कि रथ में कुछ तकनीकी खामी आ गई थी।
- जिसे दूर कर दिया गया है, अब यह यात्रा पर जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।