फिलहाल यूपी में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी का घमासान थमा हुआ नजर आ रहा है लेकिन राजधानी लखनऊ में जारी पोस्टर वॉर ने एक बार फिर इस झगड़े को सामने ला दिया है। एक तरफ पार्टी के रजत जयंती समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं जिसकी कमान शिवपाल यादव के हाथ में है। तो दूसरी तरफ सीएम आवास के सामने ला मार्टीनियर ग्राउंड में अखिलेश की टीम रथ यात्रा को भव्य और शानदार बनाने में जी जान से जुटी हुई है।

  • 3 नवंबर को अखिलेश यादव ला मार्टीनियर ग्राउंड से अपनी रथ यात्रा की शुरूआत करेंगे।
  • सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव इस रथ यात्रा को हरी झण्डी दिखाएंगे।
  • सीएम अखिलेश का यह रथ पहले दिन उन्नाव तक की यात्रा तय करके लखनऊ वापस लौट आएंगे।
  • 3 और 5 तारीख को होने वाली रथ यात्रा और रजत जयंती से पहले समाजवादी पार्टी का 3-5 शुरू हो गया है।
  • राजधानी की सड़कों पर लगे पोस्टरों में समाजवादी पार्टी का सियासी संग्राम देखने को मिल रहा है।
  • लखनऊ की ज्यादातर सड़कें अखिलेश यादव के पोस्टर और होर्डिंग्स से पट गयी हैं।
  • मुख्यमंत्री आवास और उसके आसपास के इलाके में हर एक इंच पर होर्डिंग लगी हुई है।
  • नेताओं के बीच होड लग चुकी है कि कौन ज्यादा से ज्यादा पोस्टर, बैनर छपवा कर अपनी निष्ठा दिखा सकता है।
  • खास बात यह है कि पोस्टर लगाने वाले ज्यादातर लोगों ने शिवपाल यादव से किनारा कर लिया है।
  • शिवपाल समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष है बावजूद इसके उन्हें पोस्टर बैनर में जगह नहीं मिली।

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जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट टीम अखिलेश का नया अड्डाः

  • शिवपाल यादव ने जिन तमाम युवा नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में सपा से निष्कासित किया था।
  • उन लोगों ने भी अखिलेश यादव के समर्थन में बैनर पोस्टर लगाए हैं।
  • मालूम हो, कि अखिलेश के रथ यात्रा को विकास से विजय की ओर का सफर बताते हुए तमाम लोगों ने जो होर्डिंग लगाई हैं।
  • वह समाजवादी पार्टी की तरफ से नहीं बल्कि जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट की तरफ से लगाई गई है।
  • अखिलेश यादव की टीम आजकल जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में ही बैठकर वहीं से कामकाज कर रही है।
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