यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर अंतिम मुहर लगती दिख रही है. यूपी चुनाव में बीजेपी के खिलाफ गठबंधन कर चुनाव में उतरने के लिए कांग्रेस ने कवायद शुरू कर दी थी. प्रशांत किशोर ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से भी मुलाकात कर इस गठबंधन की शर्तों पर बात की थी.
जल्द हो सकती है औपचारिक घोषणा:
- सूत्रों के अनुसार, जल्दी ही सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन की औपचारिक घोषणा की जा सकती है.
- सपा प्रमुख और प्रशांत किशोर लगातार संपर्क बनाये हुए हैं.
- वहीँ कांग्रेस उपाध्यक्ष और सपा प्रमुख भी इस मुद्दे पर संपर्क में हैं.
- कांग्रेस यूपी में अपनी जमीन तलाश रही है और गठबंधन के जरिये यूपी की सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाये बैठी है.
- सपा दोबारा सत्ता में आने के दावे भी करती रही है.
- ऐसे में ये गठबंधन कितना कारगर होगा, ये तो चुनाव के बाद मालूम होगा.
- लेकिन यूपी में चुनावी समीकरणों पर गौर करें तो ये गठबंधन विपक्षी दल बीजेपी और बीएसपी के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है.
300 सीटों पर लड़ सकती है सपा:
- इस गठबंधन के लिए सपा ने कांग्रेस के सामने अहम शर्त रखी थी.
- सपा अभी सत्ता में है और 2012 चुनावों में सपा मजबूत जनाधार के साथ वापस आने में कामयाब रही थी.
- इस लिहाज से सपा अधिक से अधिक सीटें अपने लिए चाहती थी.
- जिसपर अब कांग्रेस को कोई ऐतराज नहीं दिखाई दे रहा है.
- इस गठबंधन में सपा का 300 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करना लगभग तय माना जा रहा है.
- सपा और कांग्रेस का गठबंधन फायदेमंद होगा, इसके संकेत अमर सिंह भी दे चुके हैं.
अब देखना दिलचस्प होगा कि सपा और कांग्रेस इस गठबंधन की औपचारिक घोषणा कब तक करते हैं. इस गठबन्धन में कोई अन्य दल भी शामिल होगा या नहीं, इसके बारे में अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है.