उत्तर प्रदेश में होने वाले 2017 विधानसभा चुनावों को लेकर जहां एक ओर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं प्रदेश की सत्तासीन समाजवादी पार्टी अपने घरेलु विवादों में उलझी हुई है। सपा में मचे घमासान के डैमेज कंट्रोल के मद्देनजर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात का ऐलान किया कि अखिलेश यादव ही समाजवादी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।
- शुक्रवार को मुलायम के उस बयान ने खलबली मचा दी थी।
- जिसमें उन्होंने कहा कि सीएम का फैसला चुनाव के बाद विधामंडल दल और हम करेंगे।
- इसके बाद से सवाल उठने लगे थे कि क्या अखिलेश यादव आगामी चुनाव में पार्टी के सीएम उम्मीदवार नहीं है।
- मुलायम के इस बयान के बाद से पार्टी में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी।
- वहीं सियासी गलियारे में मुलायम के इस बयान के अलग-अलग अर्थ निकाले जा रहें थें।
- लेकिन इन तमाम अटकलो पर सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने विराम लगा दिया है।
- किरनमय ने कहा कि हमारी पार्टी में किसी भी तरह का भ्रम नहीं है।
- पार्टी में ये बात बिल्कुल साफ है कि अखिलेश यादव ही पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
शिवपाल के ‘मुख्यमंत्री’ रहेंगे अखिलेश!
रामगोपाल ने लिखी चिट्ठीः
- इससे पहले मुलायम के इस बयान के बाद सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने सपा प्रमुख को चिट्ठी लिखी थी।
- रामगोपाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि अखिलेश को सीएम उम्मीदवार ना बनाना सपा की गलती होगी।
- वहीं, सपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस वार्ता में अखिलेश के नेतृत्व को स्वीकार कर विवाद थामने की कोशिश की।
- शिवपाल ने कहा कि सपा बहुमत में आयी तो मै सबसे पहले अखिलेश का नाम मुख्यमंत्री के लिए प्रस्तावित करूंगा।