बसपा सुप्रीमो मायावती में अयोध्या में बनने वाले रामायण संग्रहालय और रामलीला थीम पार्क पर भाजपा और सपा को निशाने पर ले लिया। रामायण संग्रहालय और थीम पार्क बनाने के निर्णय की कड़ी आलोचना करते हुए केंद्र और समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया है। मायावती का आरोप है कि रामायण संग्रहालय और थीम पार्क के जरिये कहीं ना कहीं धर्म की राजनीति से जोड़ने की कोशिश है। सपा और भाजपा दोनों ही इस मामलें में चुनावी लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं।
- मायावती ने सवाल उठाया कि अयोध्या में थीम पार्क चुनाव के समय क्यों याद आया?
- उनका कहना है कि यह काम बहुत पहले भी किया जा सकता था।
- सरकार द्वारा इस तरह का कदम राजनीतिक दृष्टि से उठाया गया कदम है।
- इसके साथ ही मायावती ने कहा कि सरकार गरीबों को सस्ता मकान नहीं दे पायी है।
- वहीं मदरसा शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने संबंधी कैबिनेट के फैसले को महज कागजी करार दिया।
- बसपा प्रमुख ने कहा कि अयोध्या को पर्यटन के लिए विकसित करना चाहिए।
- लेकिन इसमें केन्द्र और प्रदेश सरकार की मंशा ठीक नहीं दिख रही है।
वीडियो: मायावती की रैली में उमड़ी भीड़ का सच!
प्रभावित ना हो विवादित जमीनः
- मायावती ने कहा कि दोनों सरकारों को ध्यान देना होगा कि जमीन ऐसे निर्माणों से प्रभावित ना हो।
- क्योंकि इसके मालिकाना हक का विवाद सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए अभी लंबित है।
- बसपा प्रमुख ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार और प्रदेश की समाजवादी सरकार लोगों को बरगलाने का काम कर रहीं है।
- ये फैसले चुनावी दृष्टि से लिए जा रहें हैं जो कि ठीक नहीं है।